ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहों की दशा में बदलाव आता है। कुंडली में ग्रह दशा बदलते हैं तो उसका प्रभाव जातकों के जीवन पर पड़ता है। इसके कारण कई बार इंसान बुरी तरह समस्याओं में फंस जाता है। इन सब से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय दिए गए हैं जिन्हें अपनाने से ग्रह दोष शांत हो जाते हैं। हिंदू ज्योतिष शास्त्र में राशि को मान्यता दी गई है, अधिक काम लोग राशि के अनुसार करना ही पसंद करते हैं। इसी के अनुसार लोग मान्यता है कि हर पूजा में अपनी राशि के अनुसार काम करा जाता है तो वो कार्य शुभ माना जाता है। इसी तरह राशि के अनुसार ही रंग का प्रयोग करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। कई बार हमारे ग्रहों की चाल जो भटक रही होती है राशि अनुसार उपाय करने से सुधर जाती है।
मेष- शुभ रंग नीला और भाग्य 70 प्रतिशत होगा।
वृषभ- शुभ रंग भूरा और भाग्य 89 प्रतिशत होगा।
मिथुन- शुभ रंग हरा और भाग्य 55 प्रतिशत होगा।
कर्क- शुभ रंग फिरोजी और भाग्य 70 प्रतिशत होगा।
सिंह- शुभ रंग ग्रे और भाग्य 75 प्रतिशत होगा।
कन्या- शुभ रंग लाल और भाग्य 65 प्रतिशत होगा।
तुला- शुभ रंग गुलाबी और भाग्य 50 प्रतिशत होगा।
वृश्चिक- शुभ रंग सफेद और भाग्य 84 प्रतिशत होगा।
धनु- शुभ रंग धानी और भाग्य 65 प्रतिशत होगा।
मकर- शुभ रंग पीला और भाग्य 80 प्रतिशत होगा।
कुंभ- शुभ रंग नीला और भाग्य 59 प्रतिशत होगा।
मीन- शुभ रंग आसमानी और भाग्य 78 प्रतिशत होगा।