राशिचक्र की पंचम राशि है सिंह, जिसके स्वामी आदि ग्रह सूर्यदेव हैं। नव वर्षारंभ के समय जीवन का स्रोत सूर्य अपने परम मित्र बुध के साथ देव गुरु वृहस्पति की राशि धनु में गतिशील हैं। फलस्वरुप विवेक में कुछ कमी नज़र आएगी, पर लग्ज़री में इजाफा होगा। नूतन वर्ष की शुरुआत में शनिदेव वृश्चिक राशि में होंगे। जहां वो 26 जनवरी तक गतिशील रहेंगे। लौह पाद का चौथा शनि संपत्ति से लाभ के साथ मां को या माँ से कष्ट का सबब बनता है। मन में उदासी, कलह और तनाव के साथ सर में पीड़ा सम्भव है। वाहन से कष्ट हो सकता है। पर शनि के स्वर्ण पाद का होनें के कारण परेशानियों में भारी कमी होगी।
26 जनवरी को जब शनिदेव वृहस्पति की राशि धनु में जायेंगे, सिंह राशि के लोग शनि की अढ़ैया से मुक्त हो जायेंगे। ताम्र पद का पाँचवा शनि करियर में बेइंतहा लाभ के लिये जाना और संतान को कष्ट देने के लिये पहचाना जाता है। 21 मई को जब शनिदेव उलटे होकर पुनः वृश्चिक में आयेंगे, सिंह राशि के लोग फिर से शनि की अढ़ैया के प्रभाव में आ जायेंगे। लौह पाद का चौथा शनि वाहन से पीड़ा और सम्पत्ति से तनाव का सबब बनता है। 18 नवम्बर को जब शनि पुनः धनु में आयेंगे, सिंह राशि के लोग अढ़ैया से मुक्त होकर मुसकुरायेंगे। राहू-केतु साल के आरम्भ में सिंह और कुंभ में रहेंगे।
विधाता का संकेत है कि लौह पाद का प्रथम राहु और सप्तम केतु प्रतिष्ठा में कमी करके विवाद में उलझाता है। 1 अगस्त को राहु कर्क में व केतु मकर में जायेगा। कोई पैसा लेके मुकर जायेगा। लौह पाद का बारहवाँ राहु और छठा केतु ख़र्च कराएगा। साल के आग़ाज़ में देव गुरु वृहस्पति, बुध की राशि कन्या में होंगे। लौह पाद का द्वितीय गुरु आर्थिक लाभ की गाथा लिखता है। 6 सितम्बर को जब गुरु तुला में जायेगा, तब ताम्र पाद का तृतीय वृहस्पति यात्रा से कष्ट प्रदान करेगा।
जनवरी
नववर्ष का यह प्रथम माह अनुकूल नज़र आ रहा है। उतरता शनि करियर में विशेष अनुकंपा करने की योजना बना रहा है। कार्यक्षेत्र के सहयोगियों को साथ में लेकर चलना लाभ का कारक बनेगा। आर्थिक स्थिति में सुदृढ़ होगी। निवेश से लाभ मन को हर्षित करेगा।
शुभ तिथि- 5, 7, 14, 23, 24, 26
अशुभ तिथि- 3, 12, 16, 21, 29
फरवरी
शनि की अढ़ैया से मुक्ति हौसले में इज़ाफ़ा करेगी। साहस से लाभ होगा। विरोधियों को अनदेखा न करें। वाहन के प्रति सतर्क रहें। किसी वस्तु के खोने की संभावना है। जीवनसाथी का बर्ताव या उसका स्वास्थ्य बेचैन करेगा। यात्रा को टालना अच्छा होगा। मामा से या मामा को लेकर चिन्ता बढ़ेगी।
शुभ तिथि- 4, 6, 9, 11, 22, 27
अशुभ तिथि- 1, 7, 12, 13, 17
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मार्च
इस माह में सेहत के प्रति सजग रहें। आत्मविश्वास में कमी न होने दें। किसी झमेले में ज़बर्दस्ती न उलझें। आर्थिक लाभ का योग है। संतान पर प्रतियोगिता या प्रतिस्पर्धा का दबाव रहेगा।
सरकारी या टैक्स सम्बंधी चिन्ता सर उठायेगी।
शुभ तिथि- 2, 4, 6, 17, 22, 23
अशुभ तिथि- 1, 8, 16, 23, 25
अप्रैल
इस माह विवाद से बचें। माफ़ी मांगें, माफ़ करें, आगे बढ़ें। देह में कष्ट सम्भव है। सही दिशा में श्रम आनन्द प्रदान करेगा। करियर में नई योजना बनेगी। विरोधियों के दबाव को मुस्कुरा कर टालें। मक्खन लगाने वालों से बचकर रहें।
शुभ तिथि- 4, 6, 13, 15, 22, 24
अशुभ तिथि- 9, 10, 18, 29, 30
मई
किसी नए व्यक्ति का सहयोग करियर में लाभ प्रदान करेगा। समृद्धि भी बढ़ेगी और सुख पर ख़र्च भी।कार्य क्षेत्र में नई ज़िम्मेदारियां मन प्रसन्न करेगी। दिनचर्या में असंतुलन से बेचैनी होगी। मित्रों की आलोचना का बुरा न माने। पत्नी की शिकायतों का जवाब खीज कर नहीं, मुस्कुरा कर दें। अभी निवेश से बचें।
शुभ तिथि- 4, 8, 11, 15, 27
अशुभ तिथि- 5, 6, 18, 26
जून
ये महीना आनन्द से परिपूर्ण रहेगा। विदेश यात्रा सम्भव है। आर्थिक स्थिति में सहसा मजबूती आएगी। भाग्य का उत्तम सहयोग मिलेगा। किसी की याद बेचैन करेगी। दाम्पत्य आनन्द प्राप्त होगा। सरकार या किसी सरकारी व्यक्ति से लाभ के संकेत मिल रहे हैं।
शुभ तिथि- 4, 8, 16, 21, 22, 24, 29
अशुभ तिथि- 2, 9, 10, 18, 26, 28
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जुलाई
इस माह में करियर पर फ़ोकस करना आवश्यक है। ख़र्च का योग बनेगा। पुराने मित्र से अरसे बाद बात या मुलाक़ात होगी। आँखों में कष्ट सम्भव है। प्रतिष्ठा को लेकर सतर्क रहना होगा।
बजट से ज़्यादा खर्च बेचैन करेगा।
शुभ तिथि- 3, 7, 9, 10, 20, 24, 26
अशुभ तिथि- 12, 13, 21, 23, 31
अगस्त
इस महीने लोन से जुड़ी उलझने सर उठायेंगीं। दस्तावेज़ों के चक्कर में समय नष्ट होगा। नये क़र्ज का आवेदन आसानी से स्वीकार नहीं होगा। सम्पत्ति से जुड़े मुद्दे उलझन का सबब बनेंगे। निद्रा में कमी होगी। ध्यान रहे,अधीनस्थ लोगों से व्यवहार में मधुरता अनिवार्य है।
शुभ तिथि- 5, 6, 14, 15, 24
अशुभ तिथि- 2, 3, 19, 20, 28
सितम्बर
इस माह वाणी पर संयम रखें।विरोधी बेवजह सर उठायेंगे, पर आप उन्हें चित्त कर देंगे। क्रोध पर क़ाबू रखें। उदासी को हंस कर उड़ा दे। चिन्ता नहीं, चिंतन से ही राह निकलेगी। संतान पर खर्च होगा। पारिवारिक मतभेद टालने का प्रयास करें।
शुभ तिथि- 6, 8, 9, 14, 19, 25, 26,
अशुभ तिथि- 1, 11, 12, 20, 21, 29
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अक्टूबर
करियर में सकारात्मक परिणाम आनन्द की अनुभूति प्रदान करेंगे। वाणी के प्रति सतर्क रहें। जीवनसाथी से लाभ होगा। स्वयं को अनावश्यक विचारों में न उलझायें। एकाग्रता भंग होने से बेचैनी होगी। कोई गुज़रा पल या कल मन के क़रीब महसूस होगा।
शुभ तिथि- 2, 7, 8, 13, 18, 20
अशुभ तिथि- 5, 6, 15, 16, 22
नवम्बर
इस माह में मित्र की सलाह पर आंख मूंद कर भरोसा न करें। वाहन का सुख प्राप्त होगा। यात्रा की योजना बनेगी। सम्पत्ति से लाभ होगा। आत्मविश्वास सुख भी देगा और शांति भी। आध्यात्मिक चिंतन प्रकट होगा। सही दिशा में प्रयास रंग लायेगा। विनम्रता से लाभ होगा।
शुभ तिथि- 2, 7, 15, 16, 25
अशुभ तिथि- 4, 6, 12, 21, 22
दिसंबर
आर्थिक स्थिति सुकून देगी। शनि की अढ़ैया से मुक्ति परम शांति की अनुभूति प्रदान करेगी। सीखने की प्रवृत्ति इस महीने आपका क़द बढ़ायेगी। अपनी बेचैनी को वाणी पर न लाएँ। उसे मुस्कुराहट में छुपायें। जीवनसाथी को लेकर कोई बेचैनी ख़त्म होगी।
शुभ तिथि- 2, 8, 10, 18, 19, 24
अशुभ तिथि- 4, 6, 14, 15 22
उपाय- नित्य उगते सूर्य को अर्ध्य, निन्दा और आलोचना से दूरी,एक दूसरे की मदद, सकारात्मक सोच तथा कम नमक का सेवन जीवन में आनंद बिखेर देगा, ऐसा मान्यताएं कहती हैं|

