राशिचक्र की द्वादश और अंतिम राशि है मीन, जिसके स्वामी ग्रह देव गुरु वृहस्पति हैं| ज्ञान और दूरदृष्टि के स्वामी गुरु नव वर्षारंभ के समय बुध की राशि कन्या में क्रियाशील होंगे। स्वर्ण पाद का सप्तम गुरु वाद-विवाद, चुनाव और मुक़दमें में शुभ समाचार सुनाता है। 6 सितम्बर को जब देव गुरु बृहस्पति दैत्य गुरु शुक्र की राशि तुला में प्रविष्ट होंगे, कुछ बेचैनी प्रदान करेंगे। विधाता का संकेत है कि लौह पाद का अष्टम गुरु प्रतिष्ठा पर धन का निवेश करायेंगे। न्यायधीश शनि साल के आगाज़ में सेनापति मंगल की राशि वृश्चिक में भ्रमणशील होंगे। लौह्पाद का नवम शनि उलझनों का जनक माना जाता है। यह भाग्य बल में कमीं करके देह को सुस्त बनाता है। आपकी गलतियाँ पिता के के चित्त पर भय और दुःख अंकित करेंगी।

26 जनवरी को जब शनि वृहस्पति की राशि धनु में जायेंगे, तो लौह पाद का दशम शनि कठिनाइयों में इज़ाफ़ा तो करता है, पर नये रिश्तों से भरपूर लाभ देता है। 21 मई को जब शनि अपनी उलटी चल से यानि वक्री होकर जब पुनः वृश्चिक में पधारेंगे, तो स्वर्ण पाद का नवम शनि चिकित्सा, विदेश गमन और किसी उलझन पर धन का व्यय करायेंगे। 18 नवम्बर को जब शनिदेव फिर से धनु में पधारेंगे, तो रजत पाद का दशम शनि करियर में सावधान रहने की ताक़ीद करेंगे। 2017 के आरम्भ राहू सिंह राशि में और केतु कुम्भ राशि में गतिशील है। स्वर्ण पाद का यह षष्ठ राहू व द्वादश केतु तनाव, चिन्ता, बेचैनी और रोग से आज़ादी दिलाता है, ओर ये अत्यधिक व्यय भी कराने के लिये जाना जाता है। 1 अगस्त को जब राहू कर्क में और केतु मकर में जायेंगे तब रजत पाद का पंचम राहू और एकादश केतु कुछ बेचैनी का सबब बनता है।

जनवरी
माह सुख से सराबोर नज़र आ रहा है। उसूलों से समझौता हरगिज़ न करें, वरना दूरगामी क्षति होगी। सुख सुविधा कि नई वस्तुओं का क्रय हो सकता है। विदेशों से सम्बन्ध लाभ या आनंद देंगे।अधिकारियों से संबंध मधुर होंगे। किसी अच्छी ख़बर से मन मयूर नाचने लगेगा।
शुभ तिथि- 2, 4, 5, 14, 16, 23
अशुभ तिथि- 7, 9, 12, 19, 26

फरवरी
करियर में प्रदर्शन सुधारने का प्रयास रंग लायेगा। कोई वादा उम्मीद जगायेगा। मौलिक विचार नया द्वार खोलेगा। बंद आँखों से यक़ीन अच्छा विचार सिद्ध नहीं होगा। असत्य संभाषण से दूर रहें।
शुभ तिथि- 5, 6, 17, 18, 24
अशुभ तिथि- 2, 3, 4, 9, 13, 19

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मार्च
यह महीना आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि कारक होगा। हौसले को उड़ान मिलेगी। किसी की याद आयेगी। किसी की सहायता से क़र्ज़ से मुक्ति की राह निकलेगी। फैसले में विलम्ब से तनाव बढ़ेगा। करियर में प्रदर्शन इस माह भी सुधरेगा।
शुभ तिथि- 5, 8, 11, 18, 24
अशुभ तिथि- 1, 19, 20, 27

अप्रैल
प्रतिष्ठा की क़ीमत पर बहस या विवाद न करें। अनावश्यक यात्राएँ होंगी पर विदेश यात्रा से सफलता संदिग्ध रहेगी। करियर में विस्तार की उधेड़बुन में उलझे रहेंगे। स्वजन अजीब व्यवहार करेंगे। कोई मामूली विकार कष्ट होगा।
शुभ तिथि- 6, 9, 15, 22, 23
अशुभ तिथि- 11, 12, 22, 27

मई
पराक्रम और मौलिक विचार आर्थिक समृद्धि प्रदान करेंगे। शब्दों में फ़ंस कर उलझने से सम्मान के फिसलने का ख़तरा रहेगा। सरकार से लाभ और मान सम्भव है। करियर में खींचतान काम होगी। लोग विचारों की क़द्र करेंगे।
शुभ तिथि- 7, 14, 15, 22
अशुभ तिथि- 2, 11, 28, 29

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जून
सम्पत्ति से कष्ट होगा। मां का सहयोग ह्रदय में शांति भर देगा। पराक्रम रंग लायेगा। कोई याद आयेगा। पिछली परफ़ॉर्मेंस से आगे निकल कर नये प्रदर्शन पर फ़ोकस करें। प्रमोशन का योग है। कोई गलती भारी पड़ सकती है। कोई ख़बर आनन्द देगी।
शुभ तिथि- 1, 2, 11, 22, 30
अशुभ तिथि- 5, 6, 15, 17

जुलाई
अनुज से सहयोग मिलेगा। ऋण का कुछ हिस्सा निपट जानें का हर्ष होगा।सत्य मार्ग पर चलने से आत्मिक संतुष्टि होगी। किसी बात से ख़ुशी मिलेगी। दुआओं और आशीर्वाद से नए लक्ष्यों की प्राप्ति होगी। लम्बे समय के निवेश से लाभ उठाने का अच्छा मौक़ा है। व्यावसायिक सम्बन्धों का विस्तार होगा।
शुभ तिथि- 2, 4, 6, 7, 16, 22, 30
अशुभ तिथि- 10, 12, 20, 26

अगस्त
मन में कपट न रखें| भाई बहनों और रिश्तेदारों का ऋण यथासंभव वापस करनें की सोचें, अन्यथा आगे न बढ़ सकेंगे।प्रतियोगिता में वांछित सफलता प्राप्त न होने से बेचैनी होगी। सम्पत्ति से लाभ का योग है। महीना मिश्रित है। हिम्मत से काम लें। किसी अपमान से मन तिलमिला उठेगा।

सितम्बर
संतान के प्रति निराशा होगी। पत्नी पक्ष के किसी रिश्तेदार से भय प्रतीत होगा। शत्रुओं से सचेत रहें। कानून अड़चन सर उठाएगी। जीवनसाथी से पीड़ा होगी। छोटी अवधि के लिए निवेश न करें| शरीर के निचले भाग में कष्ट हो सकता है। कोई खबर चिंतन का कारण बनेगी।
शुभ तिथि- 8, 9, 12, 19, 26
अशुभ तिथि- 3, 4, 16, 17, 22

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अक्टूबर
आपकी मंशा ही आपका भविष्य तय करेगी। कम समय में ज्यादा लाभ का प्रयास उलटे परिणाम दे सकता है। देह के निचलें भाग में कष्ट रहेगा।असत्य संभाषण से दूर रहें। अपनी किसी भूल को याद करके मन उदास हो जायेगा। मुक़दमे में बुरी ख़बर आयेगी। बैंकों का दबाव भय पैदा करेगा।
शुभ तिथि- 9, 12, 18, 21, 22
अशुभ तिथि- 4, 14, 16, 26

नवम्बर
अजीब परिस्थितियों से धन का लाभ होगा। पिता का ह्रदय दुःखी होगा।सरकार से भय महसूस करेंगे। कोई क़ानूनी कारवाई होश उड़ा देगी। छोटे समय के निवेश या सट्टे से दूर रहें। असत्य संभाषण दूरगामी क्षति पहुँचायेगा। उदर कष्ट होगा। किसी संपत्ति से हानि होगी।
शुभ तिथि- 2, 11, 20, 29, 39
अशुभ तिथि- 7, 16, 17, 26

दिसंबर
आध्यात्मिक रुचि शांति प्रदान करेगी। मिथ्या वचन और नीयत में अपवित्रता मान हानि का कारक बन सकता है। नए विरोधी हैरान कर सकते हैं। जीवनसाथी और उनके भाई से भय का अहसास होगा।यात्रा और श्रम से तनाव के बाद लाभ होगा। किसी से कोई पुरानी मुलाक़ात याद आयेगी।
शुभ तिथि- 3, 4, 19, 20, 30
अशुभ तिथि- 5, 7, 14, 16, 26

उपाय- बंदरों को केले अर्पित करने, असत्य से दूरी रखने और जलीय जंतुओं को चना, उरद, काले तिल का भोजन अर्पित करने से लाभ होगा,ऐसा पारम्परिक मान्यतायें कहती हैं।

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