हिंदू संस्कृति में रुद्राक्ष का बहुत महत्व है। माना जाता है कि रुद्राक्ष इंसान को हानिकारक ऊर्जा से बचाता है। इसके इस्तेमाल से हर तरह की समस्या टल सकती है। भगवान शिव की पूजा में रुद्राक्ष की माला से मंत्र जाप करना सबसे अधिक फलदायी माना गया है। शिवपुराण में रुद्राक्ष की संख्या के हिसाब से माला बनाने के बारे में बताया गया है। जिससे अलग-अलग प्रकार की समस्याएं दूर की जा सकती है। आइए जानते हैं
15 रुद्राक्ष की माला से शिव मंत्र जाप करने पर भगवान शिवजी की विशेष कृपा मिलती है। 25 रुद्राक्ष की माला से मंत्र जाप करने पर सभी दुखों का नाश मिलता है। 27 रुद्राक्ष वाली माला से मंत्र जाप करने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी नहीं होती है। 30 रुद्राक्ष वाली माला से मंत्र जाप करने पर धन संपंति और सुख मिलता है। अगर 54 रुद्राक्ष वाली माला से मंत्र जाप करने पर मानसिक शांति मिलती है और 108 रुद्राक्ष की माला सभी मालाओं में सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। इस माला से जाप करने पर जीवन में सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।
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रुद्राक्ष का महत्व- यह एक फल की गुठली है। इसका विशेष औषधीय और आध्यात्मिक महत्व है। मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से पैदा हुआ था। रुद्राक्ष को पहनने या विशेष प्रयोग करने से विशेष फल मिलता है। रुद्राक्ष अकाल मृत्यु और शत्रु बाधा से रक्षा करता है। कुल मिलाकर एक से लेकर चौदह मुखी रुद्राक्ष पाए जाते हैं। इसके अलावा गौरी-शंकर और गणेश रुद्राक्ष भी पाया जाता है।