वाहन के सुख का किस्मत से कनेक्शन होता है। वाहन एक तरह का छोटा घर होता है, जिससे हम यात्रा करके अपने कार्य पूरा करते हैं। गाड़ी के अंदर भी ग्रहों का प्रभाव और तंरग शक्ति विद्यमान रहती है। वाहन के ग्रहों में दोष के कारण वह खराब हो जाते हैं या कभी-कभी यात्रा पूरी नहीं होती है। यह सब वाहन के ग्रह बदलाव के कारण होता है। वाहन खरीदते समय इसके रंग पर विशेष ध्यान दें। अपने शुभ रंग के हिसाब से गाड़ी खरीदनी चाहिए।
1. मेष, सिंह, धनु राशि वालों के लिए लाल या इसके शेड्स शुभ होते हैं।
2. वृष, कन्या, मकर राशि वालों के लिए सिल्वर, ग्रीन या सफेद रंग शुभ होता है।
3. कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए सफेद या हल्के रंग के वाहन खरीदना शुभ होता है।
4. मिथुन, तुला और कुंभ वालों को नीला, ग्रे, सिल्वर रंग का वाहन खरीदना शुभ होता है।
वाहन दुर्घटना से बचाव के उपाय – वाहन के डैश बोर्ड पर भगवान की मूर्ति लगाएं। ये चित्र बिल्कुल साफ होना चाहिए। वाहन में शिव जी या हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति लगाना सबसे उत्तम माना जाता है। वाहन चलाते से पहले उन्हें स्पर्श करके प्रणाम करें।
इन बातों का ध्यान रखें- वाहन की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। वाहन में मांस-मदिरा आदि का सेवन बिल्कुल ना करें। ऐसा करने से वाहन के अंदर नेगेटिव तरंगे पैदा होती है। वाहन में तेज गाने ना बनाएं। वाहन के अगले शीशे पर कुछ भी ना लिखवाएं। पीछे के शीशे पर मंत्र आदि लिखवा सकते हैं।
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बिना अपनी राशि के मुताबिक गाड़ी का रंग ले लिया है तो उसके उपाय के लिए गाड़ी के बोनट पर लाल सिंदूर से स्वास्तिक बना दें। वाहन में कभी भी धूप या अगरबत्ती ना जलाएं।