भारत में बहुत से ऐसे रहस्यमयी और अलौकिक धार्मिक स्थल हैं जिन पर लोगों की खास आस्था देखी जाती है। माना जाता है कि इन मंदिरों में ऐसे चमत्कार देखने को मिलते हैं जिनके रहस्यों के बारे में आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है। यहां जानिए भारत के 5 सबसे रहस्यमयी मंदिरों के बारे में…

गुवाहाटी का कामाख्या मंदिर – माता सती के 51 शक्तिपीठों में से एक इस शक्तिपीठ में लोगों की काफी आस्था देखी जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस स्थान पर माता सती की योनी गिरी थी। माता के इस शक्तिपीठ से हमेशा जल की धारा प्रवाहित होती रहती है। जो महीने के 3 दिन लाल रंग की हो जाती है। लोगों के अनुसार यह लाल पानी कामाख्या देवी के मासिक धर्म के कारण होता है। लोगों में प्रसाद के रूप में इसी लाल पानी से गीले हुए वस्त्रों को बांटा जाता है।

राजस्थान का करणी माता मंदिर – इसे चूहों वाला मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर में काफी संख्या में चूहे रहते हैं। जिनमें से ज्यादातर काले रंग के हैं। मान्यता है कि जिसे यहां सफेद रंग के चूहे दिखते हैं उस व्यक्ति की सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। मंदिर में इतने चूहे होने के बावजूद भी यह लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाते।

राजस्थान का मेहंदीपुर बालाजी – यह हनुमान जी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। मान्यता है कि यहां ऊपरी चक्कर से पीड़‌ित व्यक्त‌ियों का इलाज क‌िया जाता है। कहा जाता है कि जिन लोगों के ऊपर कुछ प्रेत आत्माओं का वास होता है वह इस मंदिर में आते ही चीखने चिल्लाने लगते हैं। यहां तांत्रिक विधियों से इलाज करके मनुष्य को स्वस्थ किया जाता है।

उज्जैन का काल भैरव मंदिर– श्रद्धालु यहां प्रसाद के तौर पर शराब चढ़ाते हैं। माना जताा है कि जब शराब का प्याला काल भैरव के मुख पर लगाया जाता है तो वह तुरंत खाली हो जाता है। इस मंदिर के बाहर साल के 12 महीने शराब मिलती है।

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गुजरात का स्तंभेश्वर महादेव मंदिर – इस मंदिर में भगवान शंकर का जलाभिषेक खुद समुद्र करता है। समुद्र के बीच में स्थित यह मंदिर देखने में काफी खूबसूरत है। देश ही नहीं विदेश भर से लोग इस मंदिर के कुछ समय के लिए गायब होने के चमत्कार को देखने के लिए आते हैं। समुद्र की लहरों के समय शिवलिंग पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है।