यो-यो डाइटिंग, डाइटिंग का एक प्रकार है जिसे लोग अक्सर वजन कम करने या अपना वजन नियंत्रित रखने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसे वेट साइक्लिंग भी कहा जाता है। इस डाइटिंग के कारण एक बार तो आपका वजन कम हो जाता है लेकिन इससे आपकी भूख और खाने की आदतों में बदलाव होते हैं जिससे थोड़े समय बाद आपकी भूख बढ़ जाती है और वजन फिर से बढ़ने लगता है। इससे आप पहली जैसी ही स्थिति या उससे भी खराब स्थिति में आ जाते हैं। इसे यो-यो इफेक्ट कहा जाता है। इस तरह की डाइटिंग आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है। इसके कारण आपको हार्ट अटैक आने का खतरा भी हो सकता है। एक नए शोध में इस बात का खुलासा किया गया है।
शोध के परिणामों में पाया गया है कि इस तरह की डाइटिंग करने से आपके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव हो सकते हैं। इस डाइटिंग को करने वाले 80 प्रतिशत लोगों का वजन कम होने के बाद, समय के साथ वजन फिर से बढ़ने लगता है। यहां तक कि वजन पहले से ज्यादा बढ़ सकता है। इस कारण मोटापा जैसी समस्या हो सकती हैं और ये दिल से जुड़ी समस्याओं का कारण बनती हैं।
द एंडोक्रिन सोसाइटी ने इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण बताया है। उनका कहना है कि जब वजन घटता है तो हमारा शरीर आराम करने, एक्सरसाइज और अन्य गतिनिधियों पर खर्च होने वाली उर्जा को कम कर देता है। ऐसे में जब हमारी भूख बढ़ती है तो हम अधिक तो खाते हैं लेकिन कैलोरी खर्च कम करते हैं तो इससे वजन बढ़े लगता है।
रिसर्च में पाया गया है कि वेट साइकिल किसी व्यक्ति की मृत्यु के खतरे को बढ़ा सकती है। इसके अलावा इस शोध में यह भी पाया गया है कि वेट साइकिल से वजन कम होने पर मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों में मधुमेह की संभावनाएं कम हो सकती हैं।
यह शोध जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित हुआ है। इस शोध के लिए 3678 पुरुषों और महिलाओं पर अध्ययन किया गया। येल यूनिवर्सिटी में केल डी. ब्रोनेल ने इस तरह की डाइटिंग को यो-यो डाइटिंग का नाम दिया था क्योंकि इसमें वजन में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं।