गलत खान-पान और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल सीधे पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। तनाव, अनियमित दिनचर्या और लगातार बाहर का खाना खाने से शरीर की पाचन क्षमता कमजोर होने लगती है। कब्ज एक आम समस्या है, जिसकी मुख्य वजह डाइट में फाइबर की कमी होती है। फल, सब्ज़ियां और साबुत अनाज कम खाने पर आंतें सुस्त हो जाती हैं और मल आसानी से बाहर नहीं निकल पाता। सर्दी में कब्ज की बीमारी ज्यादा होती है। सर्दी में पर्याप्त पानी न पीने पर मल सख्त हो जाता है, जिससे पेट में भारीपन, गैस और दर्द होने लगता है।
लंबे समय तक बैठे रहने या शारीरिक गतिविधि कम होने पर भी पाचन धीमा हो जाता है। साथ ही, जंक फूड, तैलीय और मीठी चीज़ें आंतों की नैचुरल मूवमेंट को प्रभावित करती हैं। तनाव, चिंता, नींद की कमी और थायरॉयड या डायबिटीज जैसी स्थिति भी कब्ज को बढ़ा सकती हैं। अगर आप भी कब्ज से परेशान हैं, तो सबसे पहले फाइबर का सेवन बढ़ाएं, पानी भरपूर पिएं और लाइफस्टाइल में छोटे बदलाव करें।
सद्गुरु जग्गी वासुदेव के मुताबिक योग विज्ञान और पारंपरिक आयुर्वेद के अनुसार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आंतों का पूरी तरह साफ होना बेहद जरूरी है। कहा जाता है कि यदि सुबह उठने के बाद 20 मिनट में स्वाभाविक रूप से पेट खाली नहीं होता, तो यह शरीर और मन दोनों के असंतुलित होने का संकेत है। आयुर्वेदिक डॉक्टर भी उपचार शुरू करने से पहले सबसे पहले आंतों की सफाई पर जोर देते हैं, क्योंकि गंदी आंतें मानसिक और शारीरिक विकार पैदा कर सकती हैं।
आयुर्वेद में पेट और आंतों को साफ करने के लिए हर महीने गर्म पानी में अरंडी का तेल पीने को कहा जाता है। इससे शरीर में जमा टॉक्सिन, परजीवी और अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते थे। इस तेल का सेवन करने से पाचन तंत्र हमेशा मजबूत रहता है। आइए जानते हैं कि अरंडी का तेल कैसे पाचन को दुरुस्त करता है और गट हेल्थ में सुधार करता है।
कब्ज दूर करने में अरंडी का तेल कितना कारगर है?
आयुर्वेद के अनुसार कब्ज को दूर करने में अरंडी का तेल बेहद असरदार साबित होता है। राजस्थान के प्रसिद्ध वैद्य जगदीश सुमन बताते हैं कि आंतों की सफाई और पाचन को दुरुस्त करने में अरंडी का तेल (Castor Oil) बेहद असरदार साबित होता है। अरंडी का तेल एक प्राकृतिक रेचक (Natural Laxative) है, जो आंतों की गति को तेज करता है और मल को नरम बनाता है। यह आंतों में जमा विषाक्त पदार्थ, अपशिष्ट और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। इसमें मौजूद पाचक और हल्के मूत्रवर्धक गुण पेट की सफाई करके पाचन को मजबूत बनाते हैं।
अरंडी के तेल का सेवन कैसे करें? (Right Way to Consume Castor Oil)
एक कप गुनगुना पानी लें। इसमें 2–4 चम्मच अरंडी का तेल मिलाएं। इसे सुबह खाली पेट पिएं आपका पेट साफ होगा, आंतों में जमा सारी गंदगी बाहर निकलेगी और गट हेल्थ में सुधार होगा। इस तेल को आप हफ्ते में एक बार या महीने में एक बार लेते हैं, तो 3 बड़े चम्मच तक ले सकते हैं। इसे गर्म पानी या दूध के साथ मिलाकर पिएं फायदा होगा। अरंडी का तेल पीने के 3–6 घंटे बाद आपका पेट साफ हो जाएगा। इसे सोने से पहले पीने से बचें, क्योंकि रात में बार-बार washroom जाना पड़ सकता है।
अरंडी का तेल कब नुकसान कर सकता है?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के अनुसार, अरंडी के तेल का अत्यधिक सेवन शरीर पर खतरनाक प्रभाव डाल सकता है। ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा लेने पर पेट में तेज़ ऐंठन, दस्त, जी मिचलाना, उल्टी, चक्कर आना, कमजोरी, छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी, स्किन पर एलर्जी या रैश, गले में जकड़न जैसी परेशानी हो सकती है। इसलिए इसकी मात्रा हमेशा सीमित रखें और किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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