World Kidney Day 2024 Date: किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो बल्ड से विषाक्त पदार्थों को हटाने और इन्हें फिल्टर कर यूरिन के रास्ते बाहर निकालने का काम करती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ह्यूमन बॉडी में मौजूद दोनों किडनी मिलकर हर 24 घंटे में लगभग 200 लीटर तरल पदार्थ फिल्टर करती हैं। वहीं, अगर ये सही ढंग से काम करना बंद कर दें, तो शरीर के डिटॉक्सीनेशन की प्रक्रिया बाधित हो जाती है और कई बीमारियां व्यक्ति को घेर सकती हैं। इसी कड़ी में शरीर के इस जरूरी अंग के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल विश्व किडनी दिवस (World kidney Day) मनाया जाता है।
बता दें कि ये खास दिन हर साल मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। यानी इस साल, 14 मार्च को विश्व किडनी दिवस मनाया जाएगा। ऐसे में आइए जानते हैं विश्व किडनी दिवस के इतिहास और इस बार की थीम के बारे में, साथ ही जानेंगे कुछ आसान टिप्स जिन्हें अपनाकर आप अपने गुर्दों की सेहत का ख्याल रख सकते हैं।
क्या है किडनी दिवस का इतिहास?
जानकारी के अनुसार, विश्व किडनी दिवस पहली बार साल 2006 में मनाया गया था। उस समय इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (आईएसएन) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन (आईएफकेएफ) ने विश्व किडनी दिवस मनाने की शुरुआत की थी। वहीं, इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच किडनी से जुड़ी बीमारियों और उनके सही इलाज को लेकर जागरुकता फैलाना है।
क्या है साल 2024 का थीम?
इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन हर साल किडनी दिवस के लिए एक खास थीम तय करती है। वहीं, इस साल विश्व किडनी दिवस की थीम ‘सभी के लिए किडनी स्वास्थ्य’ यानी ‘Kidney Health for All’ तय की गई है।
कैसे रखें किडनी की सेहत का ख्याल?
- दरअसल, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों की लाइफस्टाइल और खाने-पीने की आदतें बिगड़ गई हैं। पोषक तत्वों से भरपूर डाइट न लेने, पर्याप्त पानी न पीने और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के चलते बॉडी में विषाक्त पदार्थ बढ़ने लगते हैं। वहीं, जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, हमारी किडनी बल्ड से विषाक्त पदार्थों को हटाने और इन्हें फिल्टर कर यूरिन के रास्ते बाहर निकालने का काम करती हैं। हालांकि, अधिक मात्रा में शरीर में जमा टॉक्सिन किडनी का काम प्रभावित करने लगते हैं, जिससे समय के साथ गुर्दों से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में किडनी को स्वस्थ रखने के लिए एक्टिव लाइफस्टाइल और खानपान का सही होना बेहद जरूरी है।
- हाई ब्लड शुगर का खराब असर भी आपकी किडनी पर पड़ता है, ऐसे में मधुमेह रोगियों के लिए अपनी किडनी का ख्याल रखना और अधिक जरूरी हो जाता है।
- शरीर में पानी की कमी होने पर किडनी की सेहत पर खराब असर पड़ता है। पानी की कमी डिटॉक्सीनेशन की प्रकिया में बाधा पैदा कर सकती है। ऐसे में बेहतर किडनी स्वास्थ्य के लिए सही मात्रा में पानी पिएं।
- इन सब से अलग धूम्रपान, शराब और तंबाकू का सेवन करने से परहेज करें। इस तरह की आदतें आपके फेफड़ों के साथ-साथ गुर्दों की सेहत पर भी खराब असर डालती हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।