डब्लूएचओ यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में 10 में से हर एक व्यक्ति खराब खाना खाने के चलते कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाता है। वहीं, यह आंकड़ा बच्चों के मामले में अधिक हैरान कर देने वाला है। रिपोर्ट की मानें तो 5 साल से कम उम्र के बच्चों में हर साल 40 प्रतिशत बच्चे दूषित खाना खाने से बीमार पड़ते हैं। इस कड़ी में हर साल दुनियाभर में 7 जून के दिन वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे (World Food Safety Day 2023) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मक्सद खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक कराना है। आइए जानते हैं वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे का महत्व, इस साल की थीम और इस दिन से जुड़ी कुछ खास बातें –
क्या है इस दिन का इतिहास?
जानकारी के अनुसार, 20 दिसंबर 2018 के दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) द्वारा हर साल 07 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। वहीं, 7 जून 2019 को पहली बार इस दिन को मनाया गया था। इसके बाद से ही दुनियाभर में हर साल ये दिन सेलिब्रेट होता आ रहा है। वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे को मनाने के लिए डब्ल्यूएचओ और खाद्य और कृषि संगठन (FAO) साथ मिलकर काम करते हैं।
क्या है वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे का महत्व?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में हर साल करीब 600 मिलियन लोग खाने से होने वाली बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यानी हर 10 में से 1 व्यक्ति दूषित खानपान की वजह से बीमार पड़ता है। वहीं, इनमें से हर साल करीब 4,20,000 लोग जिंदगी की जंग हार जाते हैं। खराब फूड क्वालिटी सेहत पर बुरा असर डालती है जिससे व्यक्ति की ग्रोथ और उसके डेवलपमेंट पर भी सीधा असर पड़ता है। खासतौर पर बच्चों में ये मामले अधिक देखने को मिलते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि खाद्य जनित रोग हम खुली आंखों से नहीं दिख पाते हैं। ऐसे में वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे को मानाने का उद्देश्य भोजन से संबंधित जोखिमों का पता लगाना, उन्हें रोकना और इनके बारे में बताकर लोगों को जागरूक बनाना है।
क्या है इस साल की थीम?
बता दें कि डब्लूएचओ हर साल इस खास दिन के लिए एक खास थीम तय करता है। वहीं, इस साल वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे की थीम ‘Food Standards Saves Lives’ है। जिसका अर्थ है, ‘खाद्य मानक जीवन बचा सकते हैं।’ वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा तय की गई इस थीम के माध्यम से लोगों को खाने के लिए तय किए गए मानकों के महत्व को समझाया जा रहा है।