आजकल के लाइफस्टाइल में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख पाना बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो जाता है। अच्छा खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते कम उम्र में ही शरीर में कई बीमारियों का घर बन जाता है। इसका असर सबसे ज्यादा महिलाओं पर देखने को मिल रहा है। महिलाएं परिवार और बच्चों की अधिक परवाह करती हैं, जिसके चलते वह अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान नहीं दे पाती हैं। ऐसे में महिलाएं शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित हो जाती हैं और उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा अधिक

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मेनोपॉज के बाद महिलाओं में कुछ हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। इससे ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना अधिक हो जाती है, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि यही एकमात्र कारण है। इसके अलावा भी हड्डियों का बढ़ना एक सतत प्रक्रिया है।

40-45 साल की उम्र में यह कम होने लगता है। इसके बाद नई हड्डियां बनने की बजाय दरारें बढ़ने लगती हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर हम 25 से 45 साल की उम्र के बीच अपनी जीवनशैली सक्रिय रखें, तो हम बुढ़ापे में ऑस्टियोपोरोसिस से बच सकते हैं।

ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए क्या करें

ऑस्टियोपोरोसिस के हमले से खुद को बचाने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं। दरअसल, नई हड्डियों के निर्माण के लिए अच्छा पोषण आवश्यक है। अनियमित खानपान, बहुत अधिक जंक फूड खाना, बहुत अधिक पेय पदार्थ जैसे कॉफी, चाय आदि पीना। कम कैल्शियम और विटामिन डी वाले आहार से ऑस्टियोपोरोसिस विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे स्थिति में महिलाओं को अपने खानपान में सोयाबीन को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।

तनाव से बचें

इसके अलावा मन की शांति भी हड्डियों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नींद की कमी और तनाव होने पर हड्डियों में यह समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे में अपने मन को शांत करने के आपको ध्यान और योग का अभ्यास करना चाहिए। इससे तनाव कम होता है और शरीर भी एक्टिव रहता है।

इसके अलावा हेल्दी और फिट शरीर के साथ ही 50 साल की उम्र में भी जवान दिखने के लिए गोंद कतीरा बहुत फायदेमंद हो सकता है। यहां जानिए गोंद कतीरा के फायदे और गोंद कतीरा हमें किन बीमारियों से बचा सकता है।