थायराइड की परेशानी बॉडी में आयोडीन की कमी के कारण होती है। थायराइड का मुख्य रूप से काम मेटाबोलिज्म को कंट्रोल करना होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि बॉडी में थायराइड की मात्रा बढ़ने से कई प्रकार कि परेशानियां होने लगती हैं।

बता दें कि थायराइड बढ़ने पर लोगों में कई प्रकार के लक्षण भी दिखने लगते हैं जिनमें बालों का झड़ना, मूड स्विंग होना, कमजोरी व वजन का बढ़ना और घटना आदि है। ये लक्षण थायराइड की समस्या होने पर नजर आने लगते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर समय पर इसके लक्षणों की जांच हो जाए तो इलाज से इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं थायराइड बढ़ने के पीछे कौन -कौन से कारण होते हैं और कैसे थायराइड को कंट्रोल किया जा सकता है।

आयोडीन की मात्रा बढ़ जाने से भी बढ़ सकता है थायराइड

बता दें कि बॉडी में आयोडीन की मात्रा बढ़ने से थायराइड हार्मोन का स्तर भी बढ़ने लगता है। यह समस्या उस समय अधिक बढ़ जाती है जब आप ऐसी दवाओं का सेवन करते हैं जिनमें आयोडीन की मात्रा अधिक होती है। जैसे कि अमियोडेरोन इस दवा का सेवन अनियमित दिल की धड़कनों को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है।

तनाव के कारण बढ़ सकता है थायराइड

बता दें कि ज्यादा तनाव लेने से भी थायराइड बढ़ने लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार जब कोई व्यक्ति ज्यादा तनाव लेता है तो उस समय उनके शरीर से कोर्टिसोल नामक हार्मोन रिलीज होता है। जिसकी वजह से थायराइड भी बढ़ने लगता है।

भोजन में सोया का अधिक इस्तेमाल

बता दें कि जिन मरीजों में थायराइड बढ़ने की परेशानी होती है। ऐसे मरीजों को अपने खानपान में सोया की मात्रा का अधिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि सोया खाने से हाइपो थायरॉइडिज्म (यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसके कारण थायराइड ग्रंथि कुछ महत्वपूर्ण हार्मोन को पर्याप्त मात्रा में उत्पाद नहीं कर पाती हैं।) का खतरा भी बढ़ जाता है।

ऐसे कर सकते हैं थायराइड कंट्रोल

जिन मरीजों में थायराइड बढ़ने की समस्या होती है उनको अपने खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसे मरीजों को थायराइड कंट्रोल करने के लिए अपने खाने-पीने में विटामिन ए को शामिल करें। दरअसल विटामिन ए थायराइड के बढ़े हुए लेवल को कम करने में मदद करता है। बता दें कि विटामिन ए की भरपूर मात्रा हरी सब्जियों में पायी जाती है।