दांतों की सफाई के लिए टूथब्रश का उपयोग किया जाता है, जिससे दांतों की अच्छे से सफाई हो और बीमारियों से बचाव हो, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो टूथब्रश दांतों की सफाई के लिए इस्तेमाल हो रहा है असल में उसकी सफाई कैसे करनी चाहिए। दरअसल, टूथब्रश का सही से उपयोग करने के बाद उसे आमतौर पर पानी से धोकर फिर बाथरूम में पास ही कहीं रख देते हैं, लेकिन ऐसा करने से टूथब्रश में बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं और फिर ये ही बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करके कई गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

कंटेंट क्रिएटर डॉ. जॉयस कांग के अनुसार, वास्तव में टूथब्रश को साफ करने के कई तरीके हैं। बहुत से लोग अपने टूथब्रश को कभी साफ नहीं करते और उसे शौचालय के बगल में खुले में छोड़ देते हैं, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे कई प्रकार की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। दांत साफ करने के लिए नियमित टूथब्रश का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन कई महीनों तक एक ही टूथब्रश का इस्तेमाल करना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह जानकर शायद आश्चर्य हो कि दांतों के साथ एक्सपोज हो चुके टूथब्रश पर 1.2 मिलियन से ज्यादा बैक्टीरिया हो सकते हैं।

डेंटल प्रोफाइल में मैक्सिलोफेशियल और डेंटल सर्जन डॉ. रामकृष्ण तंगुतुरी ने बताया कि अपने टूथब्रश को नियमित रूप से साफ न करना जोखिम भरा हो सकता है। समय के साथ टूथब्रश में बैक्टीरिया, फंगस और वायरस भी पनप सकते हैं। खासकर अगर इसे नमी वाले वातावरण में रखा जाए। हालांकि, इनमें से कई सूक्ष्मजीव हानिरहित हैं, लेकिन कुछ जैसे कि स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटेंट, जो कैविटी के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया है। इसके अलावा बाथरूम के संपर्क में आने से एस्चेरिचिया कोली (ई. कोली) कई गुना बढ़ सकते हैं।

इन समस्याओं का बढ़ जाता है खतरा

टूथब्रश के बार-बार उपयोग से इन रोगाणुओं के मुंह में प्रवेश करने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे मसूड़े की सूजन, पेरिओडोन्टाइटिस जैसे संक्रमण हो सकते हैं। यहां तक ​​कि हाल ही में हुई बीमारी के बाद पुनः संक्रमण भी हो सकता है। डॉ. तांगुतुरी ने बताया कि टूथब्रश पर मौजूद बैक्टीरिया मुंह में हानिकारक सूक्ष्मजीवों को फिर से प्रवेश करा सकते हैं, जिससे प्लाक का निर्माण, दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी हो सकती है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि टूथब्रश पर मौजूद रोगाणु सांसों की बदबू जैसी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं या पहले से मौजूद मसूड़ों की समस्याओं को और खराब कर सकते हैं।

बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके

  • टूथब्रश का उपयोग करने के बाद अच्छी तरह से धो लें, ताकि भोजन के कण और टूथपेस्ट के अवशेष पूरी तरह से हट जाएं।
  • टूथब्रश को सीधा रखें और हवा में सूखने दें। बैक्टीरिया नमी वाले वातावरण में पनपते हैं, इसलिए टूथब्रश को सूखा रखना बहुत जरूरी है।
  • टूथब्रश को एयरटाइट ढक्कन से ढकने से बचें, क्योंकि इससे नमी जमा होने और सूक्ष्मजीवों के विकास को बढ़ावा मिलता है।
  • टूथब्रश को हर 3-4 महीने में बदलें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ब्रिसल्स प्रभावी हैं और बैक्टीरिया का निर्माण कम होता है।

टूथब्रश को साफ करने के लिए करें ये काम

डॉ. तांगुतुरी ने बताया कि टूथब्रश को साफ करने के लिए कई तरीके इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जो अलग-अलग तरीके से प्रभावी हो सकते हैं।

यूवी लाइट सैनिटाइजर

ये उपकरण पराबैंगनी किरणें उत्सर्जित करते हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस के डीएनए को नष्ट करके उन्हें मार देते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि यूवी सैनिटाइजर टूथब्रश पर बैक्टीरिया के भार को 99 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं।

एंटीबैक्टीरियल माउथवॉश में भिगोना

यह तरीका टूथब्रश के ब्रिसल्स पर मौजूद बैक्टीरिया को मारने में कारगर है। यह सरल, आसानी से उपलब्ध और प्रभावी है।

उबलता पानी

टूथब्रश को कुछ मिनट तक उबालने से बैक्टीरिया नष्ट हो सकते हैं, लेकिन यदि ऐसा बार-बार किया जाए तो इससे ब्रिसल्स को नुकसान हो सकता है।

वहीं, समा के चावल शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होने के साथ-साथ शरीर को ताकत मिलती है।