रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बल्लेबाज विराट कोहली ने रविवार को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आईपीएल 2025 के मैच के बीच में अपने दिल की धड़कन की जांच कराई। मैच के दौरान आखिर ऐसा क्या विराट को महसूस हुआ कि उन्हें अपनी हार्ट बीट की जांच कराना पड़ी। ये परेशानी विराट को तब हुई जब वो अर्धशतक के बाद दूसरी पारी के 15वें ओवर में थे। इस दौरान विराट ने अपने सीने पर हाथ रखा और तेज-तेज सांसे लेने लगे। पूर्व RCB कप्तान राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन के पास गए और उनको दिल की धड़कन जांचने के लिए कहा। पिच पर संजू सैमसन ने अपने विकेटकीपिंग दस्ताने खोले और उनकी हार्ट बीट की जांच की और विराट को सब कुछ ठीक होने का आश्वासन दिया।
अब सवाल ये उठता है कि विराट को खेल के दौरान हार्ट बीट बढ़ती हुई क्यों महसूस हुई। एक्सपर्ट की माने तो जयपुर में रविवार का तापमान 37 डिग्री था, खुले आसमान के नीचे इतनी तेज रफ्तार से दौड़कर रन लेने के बाद विराट को हार्ट बीट तेज महसूस हुई होगी।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर के मुताबिक घबराहट (Palpitation) की वजह से हार्टबीट अचानक से बढ़ने लगती है। नॉर्मल हम सोते हैं या फिर बैठे रहते हैं तो हमारा हार्ट कब बीट करता है हमें पता नहीं चलता, लेकिन जब हमें हार्ट के बीट होने का अहसास होने लगे तो इसे घबराहट कहते हैं। घबराहट की वजह से हार्ट बीट बढ़ने लगती है और हार्ट के तेज चलने का अहसास होता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि Palpitation के लिए कौन से कारण जिम्मेदार हैं, क्यों विराट कोहली को हार्ट बीट चेक कराना पड़ी।
Palpitation या घबराहट या अनचाही फीलिंग के लिए कौन से कारण हैं जिम्मेदार
खेल के दौरान हार्ट बीट (हृदय की धड़कन) बढ़ना एक सामान्य और स्वाभाविक शारीरिक प्रतिक्रिया है, जो शरीर की ऊर्जा, ऑक्सीजन की आवश्यकता और मानसिक उत्तेजना के कारण होता है। अचानक से हार्ट बीट तेज होने के लिए दो मुख्य कारण जिम्मेदार हैं एक हार्ट की वजह से और दूसरा बिना हार्ट की वजह से भी हार्ट बीट अचानक से बढ़ जाती है।
बिना हार्ट की वजह से हार्ट बीट बढ़ने का कारण एंजाइटी, तनाव और पैनिक अटैक हो सकता है। जब आप अचानक से कुछ बुरा होते देखकर या दुर्घटना के समय भागते हैं तो हार्ट की स्पीड बढ़ने लगती है। ये स्थिति पेनिक अटैक यानी अचानक से डर बैठने के कारण होती है। कई बार स्ट्रांग कॉफी पीने से भी अचानक से हार्ट बीट तेज होने लगता है। कुछ दवाओं के सेवन से भी हार्ट बीट तेज होने लगती है। बहुत तेज भागने से दिल की धड़कन अचानक से तेज होने लगती है। बुखार होने से और तम्बाकू का सेवन करने से भी हार्ट बीट तेज हो सकती है।
दूसरा है दिल से जुड़ा कारण जिसकी वजह से अचानक से हार्ट बीट तेज होने लगती है। हार्ट डिजीज होने से, वॉल्व खराब होने से, ब्लड में पोटैशियम बढ़ने से और हाई बीपी की बीमारी में दिल की धड़कन तेज होने लगती है। थॉयराइड का ओवरडोज लेने से भी दिल की धड़कन तेज होने लगती है।
विराट कोहली की हार्ट बीट तेज होने के लिए कौन सा कारण हैं जिम्मेदार
विराट कोहली को हार्ट बीट तेज होने का अहसास भागकर दो रन लेने के दौरान हुआ। जैसा का एक्सपर्ट ने बताया है कि भागने के दौरान अचानक से हार्ट बीट बढ़ने लगती है, विराट के साथ भी ऐसा ही हुआ होगा। वो गर्मी में तेजी से भाग कर रन बना रहे थे तभी उन्हें घबराहट महसूस हुई होगी और उन्होंने उस घबराहट में दिल की धड़कन चेक कराने का निर्णय लिया जो एक पॉजिटिव कदम है।
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