सफेद दाग (Vitiligo) एक स्किन से जुड़ी बीमारी है जिसमें स्किन के कुछ हिस्सों में मेलानिन (Melanin) नामक पिगमेंट खत्म होने लगता है। इस पिगमेंट के खत्म होने से स्किन पर सफेद धब्बे होने लगते हैं। ये दाग चेहरे पर, हाथों पर या बॉडी के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं। यह बीमारी व्यक्ति के बालों, आंखों, और दूसरे झिल्लीदार हिस्सों को प्रभावित कर सकती है। इस बीमारी के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे ऑटोइम्यून डिजीज जिसमें इम्यूनिटी खुद को ही नुकसान पहुंचाती है। अनुवांशिक कारण, हार्मोनल डिसबैलेंस, अधिक समय तक सूरज की रोशनी में रहने से, तनाव और चोट लगने की वजह से भी ये बीमारी हो सकती है।

सफेद दाग के लक्षणों की बात करें तो स्किन पर सफेद या हल्के रंग के धब्बे होना, बालों का रंग सफेद या ग्रे होना, होठों और आंखों के आसपास रंगहीनता होना इस विटिलिगो के लक्षण हैं। आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी में वैध दीपक कुमार ने बताया लोग इस बीमारी को छूत की बीमारी समझते हैं जबकि ये एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलती। ये बीमारी मेलेनिन सेल्स के कम बनने से होती है, अगर डाइट और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव किए जाएं तो मेलानिन सेल्स का नेचुरल तरीके से निर्माण कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि मैलानिन का नेचुरल तरीके से निर्माण करके कैसे इन सफेद दाग की बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं।

तांबे के बर्तन में पानी पिएं

अगर आप नेचुरल तरीके से मेलानिक की मात्रा को बढ़ाना चाहते हैं तो रोजाना तांबे के बर्तन में पानी पिएं। आयुर्वेद में तीन धातु प्रचूर मात्रा में प्रधान है जिसमें  सोना चांदी और तांबा शामिल है। यदि कोई व्यक्ति तांबे के बर्तन में रखकर रात के पानी को सुबह पीता है तो उसके शरीर के अंदर मेलेनिन डेवलप होने लगता हैं सफेद दाग कम होने लगते हैं। ये पानी नेचुरल तरीके से मेलेनिन का निर्माण करता है और सफेद दाग को हल्का करता है।  

अखरोट का करें सेवन

रोजाना एक अखरोट का सेवन करने से बॉडी में नेचुरल तरीके से मेलेनिन का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। अखरोट के अंदर मेलेनिन डेवलप करने की अद्भुत क्षमता है। इसके अंदर कैल्शियम भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। जिन लोगों के शरीर में दर्द रहता हो उनको अखरोट बहुत फायदा पहुंचाता है। अखरोट का शेप बिल्कुल हमारे ब्रेन की तरह है अगर बच्चों का दिमाग कमजोर है तो उन्हें रोजाना अखरोट खिलाएं मेमोरी इंप्रूव होगी।

बथुआ का करें सेवन

सर्दी में बथुआ का सेवन करने से बहुत तेजी से बॉडी में मेलेनिन का उत्पादन बढ़ने लगता है। बॉडी में मेलेनिन का उत्पादन होने से सफेद दाग का इलाज होता है। इस साग के साथ ही आप पालक, चौलाई और मेथी का भी सेवन कर सकते हैं।  इसमें भी प्रचुर मात्रा में मेलेनिन होता है लेकिन सबसे ज्यादा ये गुण बथुआ में है।

गाजर, मूंगफली और मसूर की दाल का करें सेवन

बॉडी में प्रचुर मात्रा में मेलेनिन का उत्पादन करने के लिए आप डाइट में गाजर, मूंगफली और मसूर की दाल का सेवन करें। सर्दी में ये तीनों फूड बॉडी को गर्मी देते हैं और बॉडी में नेचुरल तरीके से मेलेनिन का उत्पादन करते हैं।

डाइट में Vitamin B12 रिच फूड्स का करें सेवन

डाइट में विटामिन बी 12 से भरपूर फूड का सेवन करें। जो लोग वेजिटेरियन होते हैं उनकी विटामिन बी 12 की पूर्ति नहीं हो पाती उनको एक्स्ट्रा ऊपर से लेना पड़ता है। जबकि नॉनवेज खाने वाले इस विटामिन को तेजी से गेन कर लेते हैं इस प्रोटीन की कमी उनके अंदर नहीं होती। शाकाहारी लोग फर्मेंटेड फूड यानी कि डोसा इडली का  सेवन करें, ताजी दही लें।

Detox Water: इन 3 मसालों को रात में भिगो दें और सुबह पी लें ये पानी, पेट की सारी गंदगी पीते ही निकल जाएगी बाहर, मोटापा भी होगा कंट्रोल। इस पानी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।