ब्रेन हेमरेज एक बहुत ही गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, जो कि जानलेवा भी साबित हो सकती है। दरअसल, मस्तिष्क यानी दिमाग हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, यदि इसमें थोड़ी सी भी समस्या महसूस होती है तो यह हमारे पूरे शरीर को प्रभावित करती है। हालांकि, मस्तिष्क में कई तरह की परेशानियां होती है, उसी में से एक है ब्रेन हेमरेज। ब्रेन हेमरेज को मानसिक दौरा या स्ट्रोक भी कहते हैं। गुरुग्राम स्थित पारस हॉस्पिटल के न्यूरो इंटरवेंशनल डिपार्टमेंट के ग्रुप डायरेक्टर और एचओडी डॉ. विपुल गुप्ता ने बताया कि ब्रेन हेमरेज क्या है, इसके लक्षण और कारण क्या है, ब्रेन हेमरेज का उपचार कैसे हो सकता है।

डॉ. विपुल गुप्ता ने बताया कि ब्रेन हेमरेज यानी दिमाग में खून की नस फटने की एक गंभीर स्थिति होती है, जो तुरंत इलाज न मिलने पर जानलेवा भी हो सकती है। कई बार यह समस्या अचानक नहीं होती, बल्कि कुछ पोषक तत्वों की लंबे समय तक कमी, खासकर विटामिन K की कमी, इसकी बड़ी वजह बन सकती है।

ब्रेन हेमरेज क्या है?

मस्तिष्क में ब्लीडिंग या रक्तस्राव हो जाता है, तो इस स्थिति को ब्रेन हेमरेज कहा जाता है। ब्रेन हेमरेज का मुख्य कारण मस्तिष्क या उसके आसपास के टिश्यूज को आपूर्ति करने वाली ब्लड आर्टरी (रक्त धमनी) में किसी भी प्रकार का लीकेज है। मस्तिष्क खुद से ऑक्सीजन और पोषण को स्टोर नहीं कर सकता है और इसके लिए वह रक्त धमनियों के नेटवर्क पर निर्भर करता है। मस्तिष्क में रक्तस्राव होने पर, ब्लड वेसल फट जाती हैं और दिमाग में खून भर जाता है।

ब्रेन हेमरेज के प्रकार

ब्लीडिंग के सटीक स्थान के आधार पर, ब्रेन हेमरेज कई प्रकार का होता है। हमारा मस्तिष्क तीन प्रकार के टिश्यूज से ढका हुआ और सुरक्षित रहता है। इन तीनों टिश्यूज (आमतौर पर मेनिन्जेस कहा जाता है) में से किसी में भी रक्तस्राव हो सकता है। रक्तस्त्राव मस्तिष्क के वास्तविक टिश्यू के भीतर भी हो सकता है। ब्रेन हेमरेज में दो तरह के स्थान हैं जहां ब्लीडिंग हो सकती है।

ब्रेन हेमरेज के लक्षण

  • अचानक तेज सिर दर्द
  • निगलने में कठिनाई
  • देखने में दिक्कत
  • समझने में परेशानी
  • सुस्ती या बेहोशी
  • दौरे और बात करने में परेशानी

किस विटामिन की कमी के कारण ब्रेन हेमरेज का खतरा

ब्रेन हेमरेज के कई कारण हो सकते हैं। जैसे किसी व्यक्ति को सिर में गंभीर चोट या फिर सिर पर किसी तरह के चोट लगने से ब्रेन हेमरेज हो सकता है। इन सबके अलावा विटामिन K की कमी के कारण भी ब्रेन हेमरेज हो सकता है। विटामिन K खून के थक्के बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर, शरीर में इसकी कमी हो जाए तो खून का थक्के नहीं बन पाते, जिससे किसी भी नस से खून बहने का खतरा बढ़ जाता है। जब ये समस्या दिमाग की रक्त नलिकाओं में होती है, तो उसे ब्रेन हेमरेज कहते हैं।

ब्रेन हेमरेज से कैसे करें बचाव

ब्रेन हेमरेज से बचने के लिए विटामिन K के साथ-साथ कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में समय-समय पर बीपी चेक करवाएं, हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखें, वजन कंट्रोल में रहना चाहिए और शराब के कम सेवन के साथ-साथ हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज करें।

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।