What is Diabetes Disease: जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है तो डायबिटीज का खतरा भी अधिक हो जाता है। ब्लड शुगर यानी ग्लूकोज को ऊर्जा का मुख्य स्रोत कहा जाता है जो खाने में मौजूद होता है। भोजन में इनकी अधिकता डायबिटीज की चपेट में आने का कारण होती है। मधुमेह बीमारी मुख्य रूप से 3 तरह की होती है जिसमें टाइप 1, टाइप 2 और जेस्टेशनल डायबिटीज शामिल है। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक भारत में 9.8 करोड़ लोग टाइप 2 डायबिटीज के घेरे में हो सकते हैं। ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि किन लोगों को डायबिटीज का खतरा अधिक होता है।

इन लोगों को डायबिटीज का खतरा होता है ज्यादा – स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार जो लोग 45 साल या उससे अधिक उम्र के हैं, उन्हें मधुमेह रोग का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा, जिन लोगों के परिवार में पहले से लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी हर कुछ महीनों पर ब्लड शुगर का स्तर जांच लेना चाहिए। वहीं, जो लोग शारीरिक असक्रियता और मोटापे से पीड़ित हैं उन्हें भी इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, जो लोग कुछ बीमारियों जैसे कि ब्लड प्रेशर या हृदय रोग से पीड़ित होते हैं, उन्हें भी डायबिटीज टाइप 2 हो सकता है।

इतना ही नहीं, जिन लोगों के शरीर में एचडीएल यानी गुड कोलेस्ट्रॉल की कमी हो जाती है या फिर ट्राइग्लिसराइड्स अधिक होता है उन्हें भी डायबिटीज का खतरा होता है। स्ट्रोक अथवा हृदय रोग का सामना कर चुके लोगों में, साथ ही PCOS की मरीजों को डायबिटीज चेकअप कराना चाहिए। इसके अलावा, लोगों का BMI जिसे बॉडी मास इंडेक्स कहते हैं उसके अनुसार भी डायबिटीज का खतरा कम-ज्यादा हो सकता है।

ब्लड शुगर बढ़ने से कौन-सी बीमारियां हो सकती हैं?: ब्लड शुगर बढ़ने पर संपूर्ण सेहत बिगड़ने लगती है। डॉक्टर्स मानते हैं कि डायबिटीज बीमारी शरीर को खोखला कर देती है। इसके कारण हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, किडनी रोग, आंख, दांत और पैरों की समस्या हो सकती है।

किन बातों का रखें ध्यान: अगर आप मधुमेह रोग का खतरा कम करना चाहते हैं तो वजन पर संतुलन बनाए रखना जरूरी है। साथ ही, फिजिकली एक्टिव रहें और हेल्दी डाइट को फॉलो करें।