Diabetes Risk: हेल्थ वेबसाइट्स और तमाम जगहों पर आपको डायबिटीज से जुड़ी तमाम जानकारियां मिल जाएंगी। लेकिन इसके बावजूद लोग इससे जुड़ी बेसिक बातें अनदेखा कर देते हैं। मधुमेह रोगियों को अपने खानपान और जीवन शैली को लेकर सावधानी बरतनी की सलाह दी जाती है। ऐसे में इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में डाइटिशियन मानसी पडेचिया ने ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखने और डायबिटीज के लक्षणों को कम करने के लिए कुछ जरूरी टिप्स बताए हैं। जानिये ऐसे तीन लाइफस्टाइल चेंजेज जिन्हें करने से डायबिटीज के मरीजों को फायदा होगा।
जीवन शैली में लाएं ये पहला बदलाव: मानसी के अनुसार खाने के बाद मधुमेह रोग से ग्रस्त मरीजों को कम से कम 15 मिनट के लिए टहलना चाहिए। उनके मुताबिक ब्लड शुगर लेवल पर नियंत्रण बनाए रखने में वॉक करना अत्यधिक लाभकारी साबित होगा। उन्होंने बताया कि फिजिकली एक्टिव रहने से बॉडी शुगर को ठीक तरीके से एब्जॉर्ब कर लेता है।
दूसरा बदलाव होना चाहिए ये: एक्सपर्ट के अनुसार आप पहले प्रोटीन खाएं। इससे लंबे समय तक लोग संतुष्ट महसूस करेंगे। साथ ही, कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम कर दें। ऐसा करने से अचानक शुगर लेवल में वृद्धि देखने को नहीं मिलेगी।
ऐसा होना चाहिए तीसरा बदलाव: मानसी के मुताबिक डायबिटीज की परेशानी को कम करने में कुछ जरूरी फूड्स शामिल करना चाहिए। इन हेल्दी फूड्स में सेब, बीन्स, बादाम, कैमोमाइल टी, पालक, चिया सीडस, हल्दी शामिल है।
क्या है डायबिटीज बीमारी: डायबिटीज एक क्रॉनिक बीमारी है जो तब उत्पन्न होती है जब ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। हेल्दी लोगों के शरीर में भोजन के पचने से ग्लूकोज बनता है जो ब्लडस्ट्रीम में जाता है। इसकी मात्रा बढ़ने पर पैन्क्रियाज से इंसुलिन हार्मोन रिलीज होता है। मगर डायबिटीज रोगियों में ये हार्मोन नहीं बन पाता है जिससे हमेशा ही मरीजों का शुगर लेवल बढ़ा हुआ ही रहता है। लंबे समय तक इस स्थिति में हृदय रोग, अंधापन और किडनी डिजीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
कैसे करें इसकी पहचान: कहते हैं कि डायबिटीज एक साइलेंट किलर है जिसमें लोगों को लक्षण का पता नहीं चल पाता है। हालांकि, शरीर में दिखने वाले कुछ बदलावों से इस बीमारी की पहचान संभव है। शुरुआत में लोगों को वजन में गिरावट, ज्यादा भूख और प्यास लगना, घाव भरने में समय लगना, शरीर में झुनझुनाहट, कमजोर नजरें और स्किन इंफेक्शन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
