Blood Pressure Chart: क्या बिस्तर से उठने के बाद आपको भी सुबह-सुबह सिर दर्द होता है और चक्कर आते है? आंखों से धुंधला दिखाई देता है और नाक से खून भी आता है। बॉडी में होने वाला ये बदलाव हाई ब्लड प्रेशर के हो सकते हैं। ब्लड प्रेशर का बढ़ना और कम होना दोनों ही सेहत के लिए घातक है। ब्लड प्रेशर को दो संख्याओं में मापा जाता है, एक सिस्टोलिक (ऊपरी संख्या) और दूसरा डायस्टोलिक (निचली संख्या)। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर उस समय का माप है जब दिल धमनियों में रक्त पंप करता है, जबकि डायस्टोलिक माप दिल की धड़कनों के बीच आराम की अवस्था में होता है। समान्य ब्लड प्रेशर की बात करें तो
ब्लड प्रेशर की नॉर्मल और हाई रेंज | |||
श्रेणी | सिस्टोलिक (mm Hg) | डायस्टोलिक (mm Hg) | |
सामान्य | 120 से कम | 80 से कम | |
उच्च सामान्य (Elevated) | 120-129 | 80 से कम | |
हाई बीपी चरण 1 | 130-139 | 80-89 | |
हाई बीपी चरण 2 | 140 या अधिक | 90 या अधिक | |
हाई बीपी संकट (Hypertensive Crisis) | 180 से अधिक | 120 से अधिक |
हाई बीपी के लक्षण
- सिरदर्द
- साँस फूलना
- धुंधला दिखाई देना
- नींद नहीं आना या स्मरण शक्ति की क्षति
- सीने में दर्द
- नाक से खून आना या खून की उलटी
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार वयस्कों में (उम्र 20 और उससे अधिक) सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 mm Hgसे कम है। सिस्टोलिक बीपी की रीडिंग 90 mm Hg से कम है और डायस्टोलिक बीपी 60 mm Hg है,तो इसे लो ब्लड प्रेशर की श्रेणी में माना जाता है। 140/90mmHg या उससे ज्यादा बीपी का स्तर हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
अगर बीपी को नॉर्मल नहीं रखा जाए तो स्ट्रोक का खतरा बढ़ने लगता है। बीपी को कंट्रोल करने के लिए बीपी की निगरानी करना जरूरी है। बच्चे के जन्म के बाद लड़का और लड़की का ब्लड प्रेशर लगभग एक जैसा ही रहता है लेकिन टीनएज के बाद बीपी का स्तर लिंग के मुताबिक बदलता रहता है। हालांकि महिलाओं को हाई बीपी की परेशानी पुरुषों के मुकाबले कम होती है। आइए जानते हैं कि उम्र के मुताबिक ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए।
उम्र के हिसाब से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक बीपी चार्ट
आयु | न्यूनतम (सिस्टोलिक/डायस्टोलिक) Minimum (Systolic/Diastolic) | सामान्य (सिस्टोलिक / डायस्टोलिक) Normal (Systolic/Diastolic) | अधिकतम (सिस्टोलिक डायस्टोलिक) Maximum (Systolic/Diastolic) |
1 से 12 महीने | 75/50 | 90/60 | 100/75 |
1 से 5 साल | 80/55 | 95/65 | 110/79 |
6 से 13 साल | 90/60 | 105/70 | 115/80 |
14 से 19 साल | 105/73 | 117/77 | 120/81 |
20 से 24 साल | 108/75 | 120/79 | 132/83 |
25 से 29 साल | 109/76 | 121/80 | 133/84 |
30 से 34 वर्ष | 110/77 | 122/81 | 134/85 |
35 से 39 वर्ष | 111/78 | 123/82 | 135/86 |
40 से 44 वर्ष | 112/79 | 125/83 | 137/87 |
45 से 49 वर्ष | 115/80 | 127/84 | 139/88 |
50 से 54 वर्ष | 116/81 | 129/85 | 142/89 |
55 से 59 वर्ष | 118/82 | 131/86 | 144/90 |
60 से 64 वर्ष | 121/83 | 134/87 | 147/91 |
हाई ब्लड प्रेशर को कैसे कंट्रोल करें
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए डाइट में नमक का सेवन कम करें। डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करें। DASH डाइट बीपी को नॉर्मल रखने में असरदार साबित होती है। बॉडी को एक्टि रखें। रोजाना कम से कम 30 मिनट की वॉक और एक्सरसाइज करें। तनाव को कंट्रोल करें।
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