मशहूर अमेरिकी पॉप सिंगर और एक्टर लांस बैस (Lance Bass) ने खुलासा किया है कि वे टाइप 1.5 डायबिटीज से जूझ रहे हैं। अब, क्योंकि अधिकतर लोगों ने केवल टाइप 1 डायबिटीज, टाइप 2 डायबिटीज और प्रेग्नेंसी में होने वाली जस्टेशनल डायबिटीज के बारे में ही सुना है, ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि आखिर ये टाइप 1.5 डायबिटीज (Type 1.5 Diabetes) क्या है? लोग इंटरनेट पर इस अनोखी बीमारी को सर्च करने लगे हैं। इसी कड़ी में यहां हम आपको डायबिटीज के इस नए टाइप के बारे में बता रहे हैं। आइए समझते हैं इस बारे में विस्तार से-
मामले को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लांस बैस ने बताया, ‘मैंने कई साल पहले टेस्ट कराया था, जिसमें पता चला कि मुझे टाइप 2 डायबिटीज है। तब से मैं टाइप 2 डायबिटीज के लिए सुझाई गई दवाओं और डाइट का सेवन कर रहा था। हालांकि, लाख कोशिशों के बावजूद मुझे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में बेहद परेशानी होती थी। मैं सही डाइट लेता था, एक्सरसाइज करता था लेकिन इसके बाद भी ग्लूकोज लेवल कंट्रोल नहीं हो पाता था। इसके चलते मैंने एक बार फिर हाल ही में अपना टेस्ट कराया तब पता चला कि मुझे टाइप 2 नहीं, बल्कि टाइप 1.5 डायबिटीज है।’
क्या होती है टाइप 1.5 डायबिटीज?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, टाइप 1.5 डायबिटीज में टाइप 1 और टाइप 2 दोनों डायबिटीज के लक्षण नजर आते हैं। इसे LADA यानी लेटेंट ऑटोइम्यून डायबिटीज इन एडल्ट्स भी कहा जाता है। परेशानी की बात यह है कि टाइप 2 डायबिटीज की तरह टाइप 1.5 डायबिटीज या LADA को डाइट या लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ भी ठीक नहीं किया जा सकता है।
एक हेल्थ रिपोर्ट के मुताबिक, डायबिटीज से पीड़ित करीब 10 प्रतिशत लोगों में टाइप 1.5 डायबिटीज का खतरा होता है।
कैसे होती है ये बीमारी?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक टाइप 1.5 डायबिटीज आमतौर पर इंसुलिन प्रोड्यूसिंग सेल्स के खिलाफ एंटीबॉडी से आपके पैंक्रियाज को हुई क्षति से शुरू होती है। इसके अलावा फैमिली हिस्ट्री होने पर भी किसी व्यक्ति को 1.5 डायबिटीज हो सकती है।
नजर आते हैं ये लक्षण
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, टाइप 1.5 डायबिटीज में भी टाइप 1 और टाइप 2 के शुरुआती लक्षण नजर आते हैं। जैसे-
बार-बार प्यास लगना
बार-बार पेशाब आना (खासकर रात के समय)
अचानक वजन का घट जाना
धुंधली दृष्टि
नसों में झनझनाहट आदि।
वहीं, अगर इन लक्षणों पर समय रहते ध्यान न देकर टाइप 1.5 डायबिटीज का इलाज न कराया जाए, तो आगे चलकर ये केटोएसिडोसिस का कारण भी बन सकती है। ऐसे में समय रहते इन लक्षणों को पहचाकर जांच कराना बेहद जरूरी हो जाता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।