How to consume fruits and juice: संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हरी सब्जियों के साथ ही फल व फलों के रस को भी बैलेंस्ड डाइट में शामिल किया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल करने की सलाह हर किसी को देते हैं। हालांकि, किसी भी चीज की अति सेहत के लिए खराब हो सकती है, ऐसे में इन्हें खाते-पीते वक्त इसकी मात्रा व सेवन का समय ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। बता दें कि फलों के रस में प्राकृतिक रूप से भी शुगर की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर की मात्रा को बढ़ाती है। वहीं, इससे शरीर में वसा की मात्रा भी ज्यादा हो सकती है जो मोटापा का कारण बन सकता है।

फ्रूट जूस के सेवन के दौरान किन बातों का रखें ध्यान: स्वास्थ्य व डाइट विशेषज्ञों के मुताबिक फ्रूट जूस का सेवन रॉ फूड डाइट में ही करना चाहिए, खासकर गर्मियों के महीने में। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान शरीर को ठंडक की जरूरत होती है, तब फल, स्मूदी और सलाद का सेवन बेहतर माना जाता है। हालांकि, उन फ्रूट जूस को ही तरजीह देना चाहिए जिनमें कूलिंग इफेक्ट्स हों। वहीं, जिनमें शुगर की मात्रा अधिक हो, उनके सेवन से बचना चाहिए। साथ ही, हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज के बाद भी जूस का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं और जरूरी ऊर्जा भी।

कब करें फलों का सेवन: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार फ्रूट जूस से अधिक फायदेमंद फल खाना होता है। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो अचानक से ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है। उनका मानना है कि दिन के पहले पहर यानी लगभग दोपहर 12 बजे तक फलों को खाना लाभकारी साबित होगा। वहीं, दिन के खाने के बाद इसके सेवन से बचना चाहिए। इससे ब्लड शुगर बढ़ने से लेकर अपच और असुविधा भी हो सकती है।

किस तरह खाएं फल: आप फलों को सब्जियों की स्मूदी में डालकर भी सेवन कर सकते हैं। इससे स्मूदी में प्राकृतिक रूप से शुगर भी मिल जाता है। ये ड्रिंक लिवर को डिटॉक्सिफाई करता है। आप चाहें तो पालक की स्मूदी में सेब, नारंगी या फिर किसी भी बेरीज को शामिल कर सकते हैं। साथ ही, इसमें थोड़ा अदरक और चुटकी भर नमक मिलाएं। आप इन्हें सलाद के रूप में भी खा सकते हैं जिसमें कुछ हर्ब, मसाले या नमक मिला हो। इसके अलावा, सुबह फलों को बादाम, अखरोट या फिर अंडे के साथ लिया जा सकता है।

कौन से फलों को खाएं: नियमित रूप से हाई फाइबर युक्त फलों को खाने से शरीर को पोषण तो मिलता ही है, साथ ही ब्लड शुगर भी नहीं बढ़ता है। ऐसे में सेब, नाशपाती, संतरा, अमरूद, पपीता, पीच, प्लम या फिर स्वीटलाइम खा सकते हैं। वहीं, अंगूर, केला, आम और चीकू जैसे मीठे फलों को सप्ताह में केवल 2 बार ही खाएं।