डायबिटीज की बीमारी जिसे एक बार अपनी चपेट में ले लें तो उसका फिर कभी पीछा नहीं छोड़ती। ख़राब डाइट और बिगड़ते लाइफ़स्टाइल की वजह से पनपने वाली इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाये तो यह लोगों के लिए सज़ा बन जाती हैं। डायबिटीज को कंट्रोल करना ही इस बीमारी का इलाज है। अगर इसे कंट्रोल नहीं किया जाये तो यह बॉडी के कई अंगों को नुक़सान पहुंचा सकती है। डायबिटीज मरीज़ों को सबसे ज़्यादा परेशानी सुबह सुबह होती है। सुबह तड़के 3-4 बजे ब्लड शुगर लो हो जाता है और उसके बाद सुबह बिस्तर से उठने के बाद फ़ेस्टिंग शुगर बढ़ने लगता है। ऐसे में सुबह के नाश्ते पर ध्यान नहीं दिया जाये तो परेशानी बढ़ सकती है।
अब सवाल यह उठता है कि सुबह के नाश्ते में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए जिससे ब्लड शुगर नार्मल रहे। हम भारतीय डाइट में कार्ब्स का सेवन ज्यादा करते हैं। सुबह के नाश्ते, दोपहर के भोजन, रात के खाने के साथ-साथ बीच-बीच में स्नैकिंग के लिए भी कार्बोहाइड्रेट का ही सेवन करते हैं। कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन ब्लड शुगर स्पाइक का कारण बनता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं तो अपने कार्ब सेवन को कंट्रोल करें और उसे बैलेंस करके खाये ताकि शुगर स्पाइक का ख़तरा नहीं रहे। डायबिटीज स्पेशलिटी सेंटर, चेन्नई में अध्यक्ष, डॉ वी मोहन के मुताबिक डायबिटीज मरीज डाइट में कैलोरी का सेवन गिन-गिन कर करें और प्रोटीन के साथ फाइबर को कॉम्बिनेशन करके खाएं। आइए जानते हैं कि सुबह के नाश्ते में कैसे फूड्स का सेवन करें कि फॉस्टिंग के साथ ही पोस्ट मील शुगर भी कंट्रोल रहे। डायबिटीज मरीजों का नाश्ता कैसा होना चाहिए देखिए फूड चार्ट
नाश्ते में अंडा और इडली डोसा का सेवन सुरक्षित है?
इडली, डोसा, पोहा या चपाती जैसे भारतीय खाद्य पदार्थों का सेवन सुबह के नाश्ते में किया जा सकता है। ये फूड्स ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं इसलिए इनका पोर्शन कंट्रोल करना जरूरी है। इन फूड्स के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करने के लिए आप इनके साथ कुछ फूड्स को कॉम्बिनेशन करके खाएं तो ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा नहीं रहेगा। इडली, डोसा, पोहा या चपाती के साथ आप प्रोटीन और फाइबर को शामिल करें। प्रोटीन और फाइबर की कमी पूरी करने के लिए आप इनके साथ स्प्राउट्स का सेवन कर सकते हैं।
चाय कॉफी | अगर आप नाश्ते में चाय या कॉफी लेते हैं तो उसमें दूध का इस्तेमाल कम करें। |
पौष्टिक डाइट | पूरे दिन पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन करें। दिन की शुरूआत पौष्टिक आहार के साथ करें। |
कम कार्ब स्मूदी | कम कार्ब वाली स्मूदी, विशेष रूप से सब्जियों से बनी स्मूदी का सेवन डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए सुरक्षित है। |
अनाज | अनाज में गेहूं का सेवन कर रहे हैं तो गेहूं की भूसी के साथ अनाज का सेवन करें। |
नाश्ते में पनीर | नाश्ते और खाने में पनीर का सेवन करें। |
फ्रूट्स का सेवन | आप नाश्ते में फलों का सेवन करना चाहते हैं तो लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स जैसे सेब, अमरूद, पपीता और संतरा का सेवन करें। याद रखें कि फ्रूट्स का सेवन छोटे-छोटे टुकड़ों में करें उनके जूस का सेवन नहीं करें। |
सॉसेज | जो लोग मांस खाते हैं उनके लिए सॉसेज एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि इनमें वसा की मात्रा अधिक होती है। |
अंडे का सेवन | सुबह के नाश्ते में अंडे के सफेद भाग का ऑमलेट खा रहे हैं तो आप तीन या चार अंडों का सफेद भाग खा सकते हैं। |
नट्स और बीन्स | बीन्स, नट्स और मछली सहित अन्य लीन प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं। |
दही और सीड्स | सादा दही,बीज (कद्दू, चिया या अलसी), एक कटोरा दूध का भी सेवन कर सकते हैं। |
जामुन | डायबिटीज मरीजों के लिए जामुन बेहतरीन फूड है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। |