What Is Rabbit Fever: कोविड-19 वायरस के 5 साल बाद चीन में आए एक और नए वायरस ने लोगों की नींद हराम करना शुरू कर दी है। 5 साल पहले चीन से निकले कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तबाही मचाई और अब चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) तेजी से फैल रहा है और इस HMPV वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। इन दोनों वायरस में एक सामान्य बात ये है कि दोनों में फीवर और खांसी-जुकाम के लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे ही अमेरिका में टुलारेमिया (Tularemia) नाम की बीमारी ने लोगों को परेशान कर दिया है। टुलारेमिया (Tularemia) को आम भाषा में रैबिट फीवर (Rabbit Fever) कहा जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में अमेरिका में रैबिट फीवर से परेशान मरीजों की संख्या में 50 प्रतिशत से भी ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन केंद्रों के अनुसार, 2011 और 2022 के बीच, 2001 से 2010 की तुलना में टुलारेमिया संक्रमण यानी रैबिट फीवर के मामले 56 प्रतिशत बढ़े हैं।
क्या है रैबिट फीवर?
टुलारेमिया संक्रमण को रैबिट फीवर कहा जाता है। यह एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण है, जो फ्रांसीसेल्ला टुलारेन्सिस (Francisella tularensis) नामक बैक्टीरिया से होता है। यह बैक्टीरिया जानवरों, खासकर खरगोश, चूहों और अन्य छोटे स्तनधारियों में पाया जाता है। ये संक्रमण इंसानों में संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने यानी छूने या अन्य किसी माध्यम से फैलता है।
रैबिट फीवर के लक्षण
टुलारेमिया की गंभीरता अलग-अलग हो सकती है, लेकिन बुखार होना सबसे सामान्य लक्षण है। सीडीसी के अनुसार, स्किन में छाले या मुंह के छाले, गले में खराश, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों में जलन और सूजन आदि के लक्षण होते हैं।
रैबिट फीवर से बचाव के उपाय
- रैबिट फीवर से बचाव कुछ जरूरी चीजों के ध्यान में रखकर किया जा सकता है।
- घरों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। किसी भी मृत जानवर को बिना दस्ताने के नहीं छूना चाहिए।
- संक्रमित जानवरों से दूरी बनाएं।
- खानपान का ध्यान रखें।
- खेतों या घर में काम करते समय दस्ताने पहनने और चेहरा ढकने की आदत डालें।
- खरगोशों और चूहों से दूरी रखें।
चीन में हुई Covid-19 जैसे HMPV Virus की एंट्री, भारत में भी पहुंच गया ये वायरस, जानिए इस बीमारी की कैसे करें पहचान। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक पर क्लिक करें।