ओवरी सिस्ट एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण ओवरी में बहुत सारे छोटे-छोटे, हार्मलेस सिस्ट बढ़ने लगते हैं। महिलाओं में बच्चेदानी में गांठ होने के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे है। एक्सपर्ट के मुताबिक ज्यादातर मामले खतरनाक नहीं होते। छोटी सिस्ट अपने आप डिजॉल्व हो जाती है। लेकिन जिन सिस्ट का साइज ज्यादा होता है यानी की 5 cm से बड़ी सिस्ट होने पर महिलाओं को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।
बच्चेदानी में गांठ होने पर महिलाओं में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जैसे पेट का फूलना, मोशन पास करने में दिक्कत होना, पीरियड से पहले और पीरियड के बाद दर्द होना, जांघों और पीठ के निचले हिस्सों में दर्द होना, ब्रेस्ट में सेंसिटिविटी महसूस होना, उल्टी और जी मिचलाना, भूख कम लगना और कमर का साइज बढ़ना, बार-बार पेशाब आना भी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के लक्षण हो सकते हैं।
IVF सेंटर पुणे में टेस्ट ट्यूब बेबी कंसल्टेंट और गायनोकॉलोजिस्ट डॉक्टर सुप्रिया पुराणिक ने बताया कि बच्चेदानी में गांठ होने का पता सोनोग्राफी रिपोर्ट से लगता है। बच्चेदानी में होने वाली ये इस गांठ को फाइब्रोइड कहा जाता है। अक्सर बॉडी में होने वाली किसी भी तरह की गांठ को हम कैंसर का संकेत मान लेते हैं लेकिन महिलाओं की ओवरी में होने वाली गांठ बिना कैंसर वाली होती है।
बच्चेदानी में गांठ होने पर 50 फीसदी महिलाओं में कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। बच्चेदानी में गांठ होने पर महिलाओं में पीरियड के दौरान ब्लड का फ्लो ज्यादा होता है। हैवी ब्लीडिंग होना, पीरियड के दौरान दर्द होना, दो पीरियड के बीच में ब्लीडिंग होना, सेक्स के दौरान दर्द होना बच्चेदानी में गांठ होने के लक्षण हो सकते हैं।
बच्चेदानी में गांठ होने के कारण
- बच्चेदानी में गांठ होने की परेशानी जेनेटिक भी हो सकती है। इस बीमारी में फैमिली हिस्ट्री मायने रखती है।
- हॉर्मोन में उतार-चढ़ाव होने के कारण भी बच्चेदानी में गांठ हो सकती है।
- बढ़ती उम्र में बच्चेदानी की गांठ होने की संभावना हो सकती है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चेदानी में गांठ हो सकती है।
- बढ़ता मोटापा भी बच्चेदानी में गांठ का कारण बन सकता है।
- बच्चेदानी में गांठ की बीमारी से आपको डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि 99 फीसदी ये बीमारी बिना कैंसर वाली होती है।
- एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय में होने वाली एक बीमारी है जिसकी वजह से भी महिलाओं को बच्चेदानी में सिस्ट हो सकती है। ये सिस्ट सेक्स के दौरान और पीरियड के दौरान दर्द कर कर सकती है।
- गंभीर पेल्विक इन्फेक्शन ओवरी और फैलोपियन ट्यूब में फैल सकता है और आपकी ओवरी में सिस्ट होने का कारण बन सकता है।
बच्चेदानी में गांठ का इलाज कैसे करें
अगर आपको बच्चेदानी में गांठ की परेशानी है तो सबसे पहले उसके लक्षणों की पहचान करें। अगर आपको फाइब्रॉइड है और बॉडी में कोई लक्षण नहीं दिख रहे तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। इससे कैंसर होने का खतरा न के बराबर है।