सर्दियों के मौसम में खानपान से लेकर दिनचर्या में भी बदलाव हो जाता है। इसके अलावा सर्दी के मौसम में हड्डियों में दर्द और पुरानी बीमारियां भी उभर कर आती हैं। हालांकि, कुछ स्थितियों में हड्डी में संक्रमण भी हो जाता है। हड्डी में संक्रमण को ऑस्टियोमाइलाइटिस (Osteomyelitis) कहते हैं। यह बैक्टीरिया या कवक से होता है। यह संक्रमण हड्डी के ऊतकों में सूजन पैदा करता है। हड्डी के संक्रमण से हड्डी में रक्त की आपूर्ति कम हो सकती है और हड्डी पूरी तरह से मर सकती है। ऑस्टियोमाइलाइटिस हड्डी में होने वाला संक्रमण है, जो हड्डी के एक या अधिक भागों को भी प्रभावित कर सकता है। यह तब होता है जब कोई जीवाणु संक्रमण या फंगल संक्रमण हड्डियों में फैल जाता है। ऐसे में इसका समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो ऑस्टियोमाइलाइटिस स्थायी हड्डी के नुकसान और नेक्रोसिस का कारण बन सकता है।

ऑस्टियोमाइलाइटिस के प्रकार

  • तीव्र ऑस्टियोमाइलाइटिस
  • क्रोनिक ऑस्टियोमाइलाइटिस

मणिपाल हॉस्पिटल गुरुग्राम के कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स, डॉ. गुरदीप अविनाश रात्रा के अनुसार, तीव्र अक्सर तेजी से शुरू होने वाला हड्डी का संक्रमण जो किसी संक्रमण के आपकी हड्डियों में फैलने के बाद होता है। तीव्र ऑस्टियोमाइलाइटिस इसका सबसे आम प्रकार है। वहीं, हड्डी के संक्रमण जो उपचार के बाद पूरी तरह से ठीक नहीं होते हैं, वे आपके शरीर में बने रह सकते हैं और महीनों या सालों बाद वापस आ सकते हैं, जिससे हड्डियों को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचता है। उसे क्रोनिक ऑस्टियोमाइलाइटिस कहते हैं।

हड्डी में संक्रमण कैसे होता है?

  • ब्लड के जरिए बैक्टीरिया हड्डी में पहुंचता है
  • खुले घाव से बैक्टीरिया हड्डी में प्रवेश करते है
  • हड्डी में चोट लगने से हड्डी कीटाणुओं के संपर्क में आ जाती है

हड्डी के संक्रमण को कैसे रोकें?

इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर के कंसल्टेंट-ऑर्थोपेडिक्स डॉ. अपूर्व दुआ के अनुसार, अच्छी स्वच्छता का पालन करके और घावों और सर्जरी की उचित तरीके से देखभाल करके ऑस्टियोमाइलाइटिस को रोका जा सकता है। घावों के मामले में खरोंच और कट को गर्म पानी और साबुन से साफ करें। अगर किसी की हाल ही में सर्जरी हुई है, तो टांकों को साफ रखना और घाव या कट को साफ रखना महत्वपूर्ण है। हड्डी में चोट लगने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

वहीं, समा के चावल शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होने के साथ-साथ शरीर को ताकत मिलती है।