डायबिटीज मरीजों के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए उसके नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज मरीज हैं तो डाइट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कंट्रोल करें,प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं, बॉडी को एक्टिव रखें और ब्लड शुगर की निगरानी रखें। अगर आप डायबिटीज को रिवर्स करना चाहते हैं, डायबिटीज से बचाव चाहते हैं या बढ़ी हुई ब्लड शुगर को हमेशा नॉर्मल रखना चाहते हैं तो (desire, determination, knowledge and discipline) इच्छा, दृढ़ निश्चय, ज्ञान और अनुशासन जैसे शब्दों को समझें और उन्हें अपनी जिंदगी में शामिल करें।
इन चार तरीकों को अपनाकर ही आप डायबिटीज को मात दे सकते हैं। डायबिटीज को मात देने के लिए ब्लड शुगर के स्तर की निगरानी का ध्यान रखना जरूरी है। ACP (American College of Physicians) गाइडलाइन फॉर डायबिटीज के मुताबिक ब्लड में ग्लूकोज कंट्रोल करने का उद्देश्य प्रत्येक मरीज की स्थिति और उम्र के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। इस गाइडलाइन के मुताबिक आमतौर पर HbA1c टेस्ट की सामान्य रेंज इस तरह होती है
सामान्य (Normal)- 4% से 5.6%
प्रीडायबिटीज (Pre-diabetes)- 5.7% से 6.4%
डायबिटीज (Diabetes)- 6.5% या उससे अधिक हो सकती है।
ACP के अनुसार, मरीजों को ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए पर्याप्त जानकारी हासिल होना चाहिए। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए किन फूड्स का सेवन करना है, किन फूड्स से परहेज करना है, कितनी शुगर नॉर्मल शुगर है, कितनी हाई शुगर है, शुगर कंट्रोल करने का तरीका क्या है ये सभी जानकारी हासिल करना बेहद जरूरी है।
डायबेक्सी में डॉक्टर लोकेंद्र तोमर ने बताया ACP गाइडलाइन डायबिटीज मरीजों को सजेस्ट करती है कि अगर आपका HbA1c टेस्ट 7 तक पहुंच गया है तो आप दवाओं से उसे कंट्रोल नहीं करें बल्कि आप इच्छा, दृढ़ निश्चय, ज्ञान और अनुशासन का पालन करें। आप अपनी खाने की इच्छा पर कंट्रोल करके, दृढ़ निश्चय से किन फूड्स को खाना है और किन से परहेज करना है इसका ज्ञान रखकर आप अपनी ब्लड शुगर को नॉर्मल कर सकते हैं। अनुशासन से मतलब है कि समय पर सोना, खाना, बॉडी को एक्टिव रखना है। इन सब नियमों का पालन करके आप न सिर्फ ब्लड शुगर को नॉर्मल कर सकते हैं बल्कि रिवर्स भी कर सकते हैं।
ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल रखने के लिए ब्लड शुगर के स्तर की निगरानी करना सबसे अहम है। किस उम्र में ब्लड शुगर का स्तर कितना होना चाहिए ये जानकारी रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि ACP गाइडलाइन के मुताबिक ब्लड शुगर का नॉर्मल स्तर कितना होना चाहिए और उम्र के मुताबिक ये रेंज कितनी होनी चाहिए।
उम्र | फास्टिंग ब्लड शुगर (mg/dL) | पोस्ट प्रांण्डियल ब्लड शुगर (mg/dL) |
बच्चे (0-5 वर्ष) | 70–100 | < 140 |
बच्चे (6-12 वर्ष) | 70–100 | < 140 |
किशोर (13-19 वर्ष) | 70–110 | < 140 |
व्यस्क (20-59 वर्ष) | 70–100 | < 140 |
वरिष्ठ (60+ वर्ष) | 80–110 | < 150 |
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