उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारे ब्लड शुगर का स्तर भी बढ़ने लगता है और टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम भी बढ़ने लगता है। खासतौर पर 40 साल की उम्र के बाद इस बीमारी का जोखिम अधिक होता है। इस बीमारी से बचाव करने का सबसे बेहतरीन तरीका खुद को जागरूक रखना है। बॉडी में होने वाले बदलाव को समझना है। डायबिटीज की बीमारी से पहले प्री डायबिटीज की स्थिति आती है अगर इसी समय बॉडी में डायबिटीज के लक्षणों को समझ लिया जाए तो इस बीमारी को आसानी से रिवर्स किया जा सकता है। डायबिटीज की बीमारी कैसे पता चलती है ये बड़ा सवाल है और बॉडी में इसके लक्षण कौन-कौन से दिखते हैं इसे समझना भी जरूरी है।
हाई ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया) के लक्षणों की बात करें तो आंखों से धुंधला दिखाई देना,भ्रम, अत्यधिक भूख और प्यास लगना, सांसों में फलों जैसी गंध आना, थकान होना हाई ब्लड शुगर के लक्षण हैं। डायबिटीज की बीमारी के लिए पैंक्रियाज में इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन नहीं होना जिम्मेदार है। टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में शरीर जब इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता तो तेजी से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। ब्लड शुगर में बदलाव कई खास स्थितियों में जैसे सुबह खाली पेट, खाने के बाद,प्रेग्नेंसी में और कुछ खास बीमारियों में तेजी से स्पाइक करता है।
एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में छपी खबर के मुताबिक ब्लड शुगर के स्तर में 40 साल की उम्र में तेजी से बदलाव आते हैं। ऐसे में अगर ब्लड शुगर की निगरानी नहीं की जाए तो प्री डायबिटीज की स्थिति डायबिटीज में बदल जाती है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि डायबिटीज को डायग्नोस की उम्र 40 साल के आस-पास है। खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से पनपने वाली ये बीमारी कम उम्र में ही लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। हर उम्र में ब्लड शुगर की निगरानी करना जरूरी है। आइए जानते हैं कि उम्र के मुताबिक ब्लड में शुगर का स्तर कितना होना चाहिए।
40 वर्ष की उम्र में सामान्य ब्लड शुगर स्तर | ||
टेस्ट का प्रकार | सामान्य सीमा (नॉन-डायबिटिक व्यक्ति) | |
खाली पेट (Fasting) | 70–100 mg/dL | |
भोजन के 2 घंटे बाद (Postprandial) | <140 mg/dL | |
HbA1c (तीन महीने का औसत शुगर) | 4.0% – 5.6% | |
सोते समय (Bedtime) | 100–140 mg/dL |
उम्र के मुताबिक फास्टिंग शुगर की नॉर्मल रेंज
आयु वर्ग | सामान्य रक्त शर्करा स्तर (खाली पेट) |
6 वर्ष से कम बच्चे | 80–100 mg/dL |
वयस्क (नॉन-डायबिटिक) | 70–100 mg/dL |
वरिष्ठ नागरिक (बुजुर्ग) | 120 mg/dL |
उम्र के अनुसार सामान्य Blood sugar का स्तर | ||||
आयु वर्ग | फास्टिंग (खाली पेट) शुगर (mg/dL) | भोजन के 2 घंटे बाद (Postprandial) (mg/dL) | सोते समय (Bedtime) (mg/dL) | HbA1c (%) |
बच्चे (0–5 वर्ष) | 70–100 | <140 | 90–150 | — |
बच्चे (6–12 वर्ष) | 70–100 | <140 | 100–180 | — |
किशोर (13–19 वर्ष) | 70–110 | <140 | 90–150 | — |
वयस्क (20–59 वर्ष) | 70–100 | <140 | 100–140 | 5.70% |
वरिष्ठ (60+ वर्ष) | 80–110 | 140–160 | 100–160 | 6.00% |
फास्टिंग शुगर 250 mg/dl तक होता है तो रात के खाने में इन फूड्स को खाएं, खाली पेट शुगर हो जाएगी नॉर्मल,पूरा दिन बॉडी रहेगी एनर्जेटिक। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक पर क्लिक करें।