डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज एक क्रॉनिक बीमारी है जो एक बार हो जाए तो तमाम उम्र साथ रहती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा किये गए एक अध्ययन के मुताबिक महिलाओं की तुलना में ये बीमारी पुरुषों को ज्यादा है। बिगड़ता लाइफस्टाइल और खराब डाइट इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह है। डायबिटीज के हब भारत में शुगर के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक भारत की लगभग एक-तिहाई आबादी डायबिटीज का शिकार हो सकती है।

डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया जाए तो उसका असर दिल, किडनी और आंखों पर पड़ सकता है। डायबिटीज के बढ़ने को हाइपरग्लेसेमिया कहते है। आमतौर पर शुगर तब बढ़ती है जब मरीज दवाई का सेवन नहीं करता, तनाव में रहता है और डाइट में सामान्य से अधिक कार्बोहाइड्रेट का सेवन करता हैं।

स्टेरॉयड, बीटा-ब्लॉकर्स, गर्भनिरोधक गोलियां और कई मानसिक स्वास्थ्य की दवाएं भी ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ा सकती हैं। ब्लड शुगर का बढ़ना सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। ये स्ट्रोक का कारण बन सकता है। शुगर बढ़ने का असर लंग्स और किडनी को भी प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं कि कितना ब्लड शुगर खतरनाक होता है। जानते हैं कुछ उपाय जो Blood Sugar को कंट्रोल करें।

  • खाली पेट ब्लड में शुगर का स्तर 80-130 mg/dL होना चाहिए।
  • नाश्ता करने के एक-दो घंटे बाद 180 mg/dL होना चाहिए

कितना ब्लड शुगर लेवल होता है खतरनाक? अगर व्यक्ति के शरीर में ब्लड शुगर लेवल की मात्रा 200 से 400 mg/dl के बीच है तो यह स्तर खतरनाक माना जाता है। इस स्थिति को हाईपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। इससे दिल का दौरा और ब्रेन स्ट्रोक, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर भी हो सकता है।

ब्लड शुगर लेवल को काबू करने के उपाय:

  • शुगर को कंट्रोल करने के लिए हर दो घंटे में खाएं। डाइट में साबुत अनाज,फल, सब्जियां और प्रोटीन का भरपूर सेवन करें।
  • लो ग्लाइसेमिक फूड का सेवन करें जो बॉडी को पोषण दें साथ ही शुगर भी कंट्रोल करें।
  • खूब पानी पीएं। ज्यादा पानी पीने से एक्स्ट्रा शुगर यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाती है।
  • बॉडी को एक्टिव रखें। कम से कम आधा घंटे एक्सरसाइज और वॉक जरूर करें।
  • तनाव को दूर करें। तनाव दूर करने के लिए ध्यान करें, संगीत सुने, थोड़ी देर टहले या फिर कोई अन्य गतिविधि करें जिसे आप पसंद करते हैं।
  • नींद पूरी लें। नींद की कमी तनाव बढ़ाती है जिससे शुगर बढ़ता है।