खाने में नमक का सेवन करने से खाने का स्वाद बढ़ता है। कुछ लोग खाने में नमक का सेवन ज्यादा करना पसंद करते हैं तो कुछ लोग मिकदार में नमक खाते हैं। नमक का रासायनिक नाम सोडियम क्लोराइड (Sodium chloride) है। नमक न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि ये एक औषधी की तरह भी काम करता है। नमक का सेवन करने से इंफ्लामेशन कंट्रोल रहता है। बॉडी में सोडियम और क्लोराइड का बैलेंस बनाए रखने में नमक बेहद उपयोगी है। नमक पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के उत्पादन को बढ़ाता है और पाचन को दुरुस्त करता है। 

नमक कई तरह का होता है जैसे सादा नमक,सिनामिक नमक,हिमालयन गुलाबी नमक समेत कई तरह का होता है। नमक का सेवन सीमित मात्रा में करना सेहत के लिए उपयोगी है लेकिन इसका ज्यादा सेवन आपकी बॉडी को बीमार बना सकता है।

अक्सर लोग नमक से परहेज तब करते हैं जब वो बीमार होते हैं या फिर किसी गंभीर बीमारी जैसे दिल के रोग, किडनी रोग और हाई बीपी के शिकार होते हैं। आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो आप डाइट में नमक का सेवन बेहद कम करें।आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि नमक का सेवन कम करने से बॉडी पर कैसा असर होता है।

WHO के मुताबिक कितने नमक का एक दिन में करना चाहिए सेवन

WHO के मुताबिक एक दिन में 5 ग्राम या उससे कम नमक का सेवन करना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। इससे ज्यादा नमक का सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने लगता है। ज्यादा नमक का सेवन दिल और किडनी की सेहत को बिगाड़ सकता है।

नमक का कम सेवन करने से सेहत पर कैसा होता है असर

  1. खाने में नमक का सेवन कम करने से बीपी नॉर्मल रहता है। सोडियम का सीधा रिश्ता हमारी बॉडी के फ्लूड से होता है। बॉडी में जितना ज्यादा सोडियम होगा बॉडी में पानी का रिटेंशन उतना ही ज्यादा होगा। वाटर रिटेंशन की वजह से बीपी बढ़ने लगता है। नमक का सेवन हर हाल में कम करना चाहिए।
  2. डाइट में नमक का सेवन कम करने से हार्ट अटैक रिस्क कम हो जाता है। नमक कार्डियक प्रोब्लम को बढ़ाता है इसलिए इसका सेवन कम करें।
  3. नमक का सेवन कम करने से किडनी हेल्दी रहती है। ज्यादा नमक का सेवन करने से किडनी पर दबाव पड़ता है और किडनी कमजोर होने लगती है। ज्यादा नमक खाने से क्रोनिक किडनी डिजीज और किडनी खराब होने की परेशानी होने लगती है।
  4. वजन कम करना चाहते हैं तो नमक का सेवन कम करें। हमारी बॉडी में जो वेट होता है उसका मेजर पोर्शन फ्लूइड वेट होता है। अगर आप खाने में नमक का सेवन कम करते हैं तो आपकी बॉडी से फ्लूड लॉस ज्यादा होता है और आप हल्का महसूस करते हैं। कम नमक का सेवन करके आप ज्यादा फिट, चुस्त, हेल्दी और वजन कम महसूस करते हैं। नमक का कम सेवन करके आप बॉडी में वाटर वेट को कम कर सकते हैं।
  5. नमक का सेवन सिर्फ खाने में ही नहीं करते बल्कि चिप्स, स्नैक्स, फ्राई फूड और प्रोसेस फूड में भी नमक बेहद ज्यादा होता है। अगर आप बॉडी में नमक के सेवन पर कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप इन सब फूड्स से परहेज करें।

खाने में नमक का सेवन कम करने से बीपी नॉर्मल रहता है। सोडियम का सीधा रिश्ता हमारी बॉडी के फ्लूड से होता है। बॉडी में जितना ज्यादा सोडियम होगा बॉडी में पानी का रिटेंशन उतना ही ज्यादा होगा। वाटर रिटेंशन की वजह से बीपी बढ़ने लगता है। नमक का सेवन हर हाल में कम करना चाहिए।

डाइट में नमक का सेवन कम करने से हार्ट अटैक रिस्क कम हो जाता है। नमक कार्डियक प्रोब्लम को बढ़ाता है इसलिए इसका सेवन कम करें।

नमक का सेवन कम करने से किडनी हेल्दी रहती है। ज्यादा नमक का सेवन करने से किडनी पर दबाव पड़ता है और किडनी कमजोर होने लगती है। ज्यादा नमक खाने से क्रोनिक किडनी डिजीज और किडनी खराब होने की परेशानी होने लगती है।

वजन कम करना चाहते हैं तो नमक का सेवन कम करें। हमारी बॉडी में जो वेट होता है उसका मेजर पोर्शन फ्लूइड वेट होता है। अगर आप खाने में नमक का सेवन कम करते हैं तो आपकी बॉडी से फ्लूड लॉस ज्यादा होता है और आप हल्का महसूस करते हैं। कम नमक का सेवन करके आप ज्यादा फिट, चुस्त, हेल्दी और वजन कम महसूस करते हैं। नमक का कम सेवन करके आप बॉडी में वाटर वेट को कम कर सकते हैं।

नमक का सेवन सिर्फ खाने में ही नहीं करते बल्कि चिप्स, स्नैक्स, फ्राई फूड और प्रोसेस फूड में भी नमक बेहद ज्यादा होता है। अगर आप बॉडी में नमक के सेवन पर कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप इन सब फूड्स से परहेज करें।