सर्दी कड़ाके की पड़ रही है। इस मौसम में इम्युनिटी कमजोर होने लगती है और बॉडी के बीमार होने के चांस ज्यादा रहते हैं। सर्दी में इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए अक्सर लोग पानी में शहद और नींबू मिलाकर उसका सेवन करते हैं। गर्म पानी में शहद और नींबू का सेवन करने से बॉडी को गर्मी मिलती है और इ्म्युनिटी भी स्ट्रॉन्ग होती है। मुंबई में क्लीनिकल डायटीशियन और डायबिटीज एक्सपर्ट पूजा शाह भावे ने बताया कि इस ड्रिंक को आमतौर पर सेहत के लिए हेल्दी माना जाता है लेकिन ये आपकी सेहत पर कोई खास प्रभाव नहीं डालता। एक्सपर्ट ने बताया कि पानी में ताजा निचोड़ा हुआ नींबू तुरंत पीने से विटामिन सी मिलता है, लेकिन अगर आप नींबू और शहद को गर्म पानी में पीते हैं तो उसमें मौजूद विटामिन सी लगभग तुरंत खत्म हो जाता है।

अमृता अस्पताल, कोच्चि में डायटीशियन,क्लीनिकल न्यूट्रीशियन अनस्वरा लशमी पीएस ने इस ड्रिंक के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में बताया है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि अगर इस ड्रिंक का सेवन रोज़ाना किया जाए तो सेहत पर कैसा असर दिखता है। एक्सपर्ट से जानते हैं कि किन लोगों के लिए ये ड्रिंक ज़हर साबित होता है।

इम्युनिटी होती है स्ट्रॉन्ग

पानी में नींबू और शहद का सेवन करने से विटामिन सी की कमी पूरी होती है और इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है। सर्दी में विटामिन सी का सेवन मौसमी बीमारियों से बचाता है।

गले को मिलता है आराम

शहद के जीवाणुरोधी गुण सर्दियों में होने वाली आम बीमारी गले की खराश से राहत दिलाते हैं।

बॉडी रहती है हाइड्रेट

सर्दी में बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए पानी में नींबू और शहद का सेवन असरदार होता है।

पोषक तत्वों का ख़जाना है

नींबू एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है जबकि शहद जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुणों से भरपूर होता है।

पाचन रहता है दुरुस्त

नींबू की अम्लता पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करती है जबकि शहद प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है जो आंतों की सेहत को दुरुस्त करता है।

मेटाबॉलिज्म होता है बूस्ट

कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि नींबू और शहद मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते है और फैट को टूटने में सहायता कर सकते हैं। नींबू में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो लिपिड मेटाबॉलिज्म पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जबकि शहद ग्लूकोज के क्रमिक रिलीज में योगदान कर सकता है, जो ऊर्जा के मेटाबॉलिज्म का समर्थन करता है।

भूख रहती है कंट्रोल

नींबू और शहद का मिश्रण भूख को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से लम्बे समय तक भूख नहीं लगती और वजन कंट्रोल रहता है।

किन लोगों को नहीं करना चाहिए पानी में शहद और नींबू का सेवन

नींबू का अधिक सेवन दांतों के इनेमल को प्रभावित कर सकता है। जिन लोगों को खट्टे फल या शहद से एलर्जी है उन्हें इस मिश्रण का सेवन करने से बचना चाहिए। नींबू की अम्लता कुछ व्यक्तियों में एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को बढ़ा सकती है। शहद की चीनी और नींबू की अम्लता का मिश्रण ओरल हेल्थ को बिगाड़ सकता है। इसका सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं बढ़ सकती हैं। जिन लोगों को सूजन या दस्त रहता है वो इसका सेवन नहीं करें।

किन लोगों के लिए ज़हर है ये पानी

डायबिटीज मरीजों को इस पानी का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। इसका सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने का खतरा हो सकता है। इसके अलावा दिल के मरीजों, मोटे व्यक्तियों, हाई ट्राइग्लिसराइड्स वाले व्यक्तियों, फिटनेस फ्रीक लोग जो मोटापा कंट्रोल करना चाहते हैं उन्हें इसका सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसे लोग सादा पानी में नींबू का सेवन कर सकते हैं।

एक्सपर्ट के मुताबिक कैंसर के मरीजों को चीनी या चीनी से बने फूड्स का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि ट्यूमर चीनी पर फ़ीड करता है और तेजी से बढ़ता है, इसलिए कैंसर के मरीजों को शहद से परहेज करना चाहिए। कुछ लोगों को खट्टे फलों से एलर्जी होती है क्योंकि उन्हें खांसी और सर्दी हो जाती है उन्हें नींबू और शहद के पानी से परहेज करना चाहिए।