फलों का सेवन सेहत के लिए उपयोगी है, लेकिन कुछ फल ऐसे हैं जिनके पत्ते भी सेहत के लिए दवा का काम करते हैं। हम बात कर रहे हैं सर्दी की फसल अमरूद की। अमरूद सिर्फ स्वादिष्ट फल ही नहीं, बल्कि इसकी पत्तियां भी आयुर्वेद में अमृत समान मानी जाती हैं। इन पत्तों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
आयुर्वेदिक डॉक्टरों के मुताबिक अमरूद ही नहीं इसके पत्ते भी ब्लड शुगर को कंट्रोल करते हैं और पाचन में सुधार करते हैं। इन पत्तों में ऐसे औषधीय गुण मौजूद है जो ओरल हेल्थ के लिए भी जिम्मेदार है। इन पत्तों को खाने से मुंह के छालों का इलाज होता है। नियमित रूप से अमरूद के पत्तों का सेवन या काढ़ा बनाकर किया जाए तो बॉडी डिटॉक्स होती है और इम्यूनिटी मजबूत होती है।
आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक अगर आप बिना दवाओं के साइड इफेक्ट के बीमारियों से बचाव करना चाहते हैं तो आप अमरूद के पत्तों का सेवन करें। ये पत्ते कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करते हैं और दिल को हेल्दी रखते हैं। आइए जानते हैं कि रोज अमरूद के पत्तों का सेवन करने से सेहत पर कैसा होता है असर।
डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार
अमरूद के पत्ते डायबिटीज के रोगियों के लिए किसी औषधि से कम नहीं हैं। इन पत्तों में मौजूद फिनोलिक कंपाउंड और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में ब्लड शुगर के अवशोषण को धीमा करते हैं और कार्बोहाइड्रेट को शुगर में बदलने की प्रक्रिया को रोकते हैं। इससे ब्लड शुगर का स्तर अचानक नहीं बढ़ता और इंसुलिन संतुलित रहता है। नियमित रूप से अमरूद के पत्तों की चाय पीने से डायबिटीज को नेचुरली कंट्रोल किया जा सकता है।
वजन घटाने में असरदार
अमरूद के पत्तों में मौजूद बायोएक्टिव यौगिक शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता को बढ़ाते हैं और फैट सेल्स के मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं। इसके अलावा ये ब्लड शुगर को नियंत्रित रखकर फैट स्टोरेज को रोकते हैं। अमरूद के पत्तों की चाय का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है, जिससे वजन कम करने में तेजी आती है। साथ ही ये भूख को संतुलित करते है और अनहेल्दी क्रेविंग को कम करते हैं।
कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को करते हैं कंट्रोल
अमरूद के पत्ते शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को घटाने का काम करते हैं। इन पत्तों की चाय पीने से ब्लड में फैट जमा नहीं होता, जिससे धमनियां साफ रहती हैं और दिल की बीमारियों का खतरा घटता है। ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को प्रभावित नहीं करते, बल्कि हृदय की सेहत को बेहतर बनाते हैं। इसलिए रोज एक कप अमरूद के पत्तों की चाय हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है।
पाचन तंत्र को बनाते हैं मजबूत
अमरूद के पत्तों में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट की समस्याओं को दूर करते हैं। अगर किसी को गैस, एसिडिटी, दस्त या IBS (इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम) की समस्या है तो अमरूद के पत्तों का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है। यह पेट में बनने वाले हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। इसे सुबह खाली पेट लेने से अपच और पेट फूलने की शिकायत कम होती है।
दांत, मसूड़ों और मुंह की सफाई में है फायदेमंद
अमरूद के पत्तों में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं जो मुंह के संक्रमण, मसूड़ों की सूजन, दांत दर्द और मुंह के छालों को ठीक करते हैं। इन पत्तों का काढ़ा बनाकर उससे कुल्ला करने से मुंह के बैक्टीरिया खत्म होते हैं और सांसों की बदबू दूर होती है। अगर दांतों में दर्द हो तो कुछ पत्तों को चबाने से भी राहत मिलती है। नियमित उपयोग से ओरल हाइजीन बेहतर होती है।
अमरूद के पत्तों का सेवन कैसे करें
4–5 ताजे पत्ते लें, अच्छी तरह धोकर 1 गिलास पानी में 10 मिनट तक उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो छानकर गुनगुना पीएं। चाहें तो इसमें आधा नींबू और थोड़ा शहद मिला सकते हैं। इसे दिन में 1–2 बार, सुबह खाली पेट या शाम को लिया जा सकता है। ये पत्ते बेहतरीन हर्बल मेडिसिन हैं।
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