खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर हाई होना नॉर्मल बात है, हम जो भी खाते हैं बॉडी में वो पहुंच कर ग्लूकोज में कन्वर्ट होता है और ये ग्लूकोज हमारी बॉडी के हर अंग को एनर्जी देता है। भोजन में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स शरीर में पचकर ग्लूकोज में परिवर्तित हो जाता हैं, और यह ग्लूकोज शरीर की सभी कोशिकाओं को ऊर्जा देने का काम करता है। अमेरिकन डायबिटीज़ एसोसिएशन के मुताबिक डायबिटीज मरीजों के लिए खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर 180 mg/dL तक रहे तो नॉर्मल माना जाता है। जिन लोगों की शुगर खाने के बाद 180 mg/dL से ऊपर रहे तो साफ जाहिर है कि उनको डायबिटीज़ मैनेजमेंट को बेहतर करने की ज़रूरत है।

अगर खाने के बाद की शुगर 350 mg/dL तक बढ़ जाए तो यह चिंता का विषय हो सकता है। सीके बिरला हॉस्पिटल,दिल्ली में डायरेक्टर, इंटरनल मेडिसिन डॉ. मनीषा अरोड़ा ने बताया अगर शरीर में इंसुलिन का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है या शरीर इंसुलिन रेजिस्टेंस विकसित कर लेता है जिसमें इंसुलिन या तो प्रभावी ढंग से उत्पन्न नहीं हो पाता या फिर वसा कोशिकाओं में फंस जाने के कारण उसका उपयोग नहीं हो पाता तो ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लगता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ब्लड शुगर का स्तर खाने में किन फूड्स का सेवन करने से हाई होता है और इस परेशानी से कैसे बचाव करें।

पोस्ट मील शुगर हाई होने का कारण?

जैंड्रा हेल्थकेयर के मधुमेह विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव कोविल ने बताया कि हाई कार्बोहाइड्रेट या शुगर वाले फूड या अत्यधिक प्रसंस्कृत फूड का सेवन करने से डायबिटीज तेजी से बढ़ती है। खाना स्किप करना और फिर एक ही बार में बहुत ज्यादा खाने से भी ब्लड में शुगर का स्तर हाई होता है। भोजन का गलत तरीके से गलत समय सेवन करने से ब्लड  में शुगर का स्तर 350 mg/dL तक पहुंच सकता है।

एक्सपर्ट ने बताया हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले या कार्बोहाइड्रेट रिच फूड्स का सेवन जैसे मिठाई या केक, ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ दवाओं का सेवन जैसे स्टेरॉइड्स, बढ़ता तनाव और कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी ब्लड शुगर को हाई कर सकती हैं। दवाओं का सेवन नहीं करने से और इंसुलिन की गलत खुराक लेने से भी ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर कैसे नॉर्मल करें

पोस्ट मील शुगर कंट्रोल करने के लिए आप डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें।  डॉ. अरोड़ा ने बताया आप डाइट में सब्जियां, कम ग्लाइसेमिक-इंडेक्स वाले फल, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट का सेवन करें। नियमित शारीरिक गतिविधि भी उतनी ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने और ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है।

दवाओं का सेवन करें और तनाव कंट्रोल करें

खाने के बाद ब्लड शुगर 350 mg/dL से ज्यादा रहता है तो आप दवाओं का सेवन समय पर करें और तनाव को कंट्रोल करें। तनाव कम करने के लिए आप  योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी एक्सरसाइज करें।

ब्लड शुगर चेक करें

डॉ. कोविल के अनुसार ब्लड शुगर में तेजी से बढ़ोतरी को रोकने के लिए आप ग्लूकोमीटर का उपयोग करें।

खानपान का ध्यान रखें

हाई शुगर और हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन करने से परहेज करें। फाइबर और प्रोटीन युक्त भोजन नियमित अंतराल पर करें।

पर्याप्त नींद लें

ब्लड शुगर का स्तर हाई रहता है तो आप पर्याप्त नींद लें। पर्याप्त नींद तनाव को कंट्रोल करती है और ब्लड शुगर को नॉर्मल करती है।

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