बहुत से लोग ऐसे है जो कुछ भी खाते हैं उसे खाने के बाद एसिडिटी बढ़ने लगती है। एसिडिटी के कारण पेट में अल्सर,गैस्ट्रिक सूजन,हार्ट बर्न और अपच जैसे लक्षण बेहद परेशान करते हैं। आमतौर पर एसिडिटी की परेशानी अनियमित खान-पान,शारीरिक गतिविधियों में कमी,शराब का सेवन,धूम्रपान,तनाव,फैटी डाइट,पेट के ट्यूमर, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग और पेप्टिक अल्सर जैसे पेट के विकार की वजह से परेशानी करती है। अक्सर लोग एसिडिटी को कंट्रोल करने के लिए एसिडिटी की दवाईयों का सेवन करते हैं। एसिडिटी ज्यादा होने से सीने और गले में लगातार जलन, सूखी खांसी, पेट फूलना, सांसों में बदबू, खट्टी डकार, कभी-कभी उल्टी होना जैसी समस्याएं हो सकती है।
अक्सर लोग एसिडिटी को कंट्रोल करने के लिए लगातार तरह-तरह की दवाईयों का सेवन करते हैं। ये दवाईयां चंद दिनों के लिए आपको एसिडिटी से राहत दिलाती है। इन दवाईयों का सेवन करने से एसिडिटी कम होती है और आपको गैस से राहत मिलती है। लेकिन जैसे ही इन दवाईयों का सेवन बंद किया जाता है तो एसिडिटी की परेशानी फिर से बढ़ने लगती है।
अक्सर लोगों को गैस और एसिडिटी को दूर करने के लिए इन दवाईयों का सेवन करने की आदत बन जाती है। गैस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल के डॉक्टर वीके मिश्रा के मुताबिक एसिडिटी की दवाईयों का सेवन एक से दो हफ्ते और ज्यादा से ज्यादा 4 हफ्ते तक लेने की जरूरत होती है। पेट का अल्टर,कोलाइटिस,पेट फूलने की बीमारी में,अल्सर फटने पर खून की उल्टी होने पर इन दवाईयों को कुछ लम्बे समय तक खाने की जरूरत होती है। इनका ज्यादा सेवन किडनी को खराब कर सकता है। आइए एकस्पर्ट से जानते हैं कि एसिडिटी की दवाईयों का अधिक सेवन कैसे बॉडी पर साइड इफेक्ट करता है।
गैस की दवाईयों का अधिक सेवन याददाश्त को करता है प्रभावित:
एसिडिटी और गैस्ट्रिक दवाओं का अधिक सेवन आपकी याददाश्त को प्रभावित कर सकता है। इनका सेवन करने से डिमेंशिया की परेशानी हो सकती है। आप लगातार लम्बे समय तक इन दवाईयों को खाएंगे तो आपको भूलने की बीमारी हो सकती है।
पेट में बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन की मात्रा बढ़ सकती है:
हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग पेट से संबंधी दवाओं का उपयोग लगातार करते हैं उनके पेट में बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन का खतरा अधिक रहता है।
किडनी पर पड़ता है असर:
एसिडिटी की दवाओं का अधिक सेवन करने से एसिडिटी अधिक होती है। एसिडिटी की दवा से खून पर असर पड़ता है। खून में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है, इससे किडनी पर गलत असर पड़ सकता है।
एसिडिटी से परेशान हैं तो इन बातों का रखें ध्यान:
- एसिडिटी की परेशानी लम्बे समय से है तो आप डाइट में बदलाव करें। डाइट में मसालेदार और तली भुनी चीजों का सेवन सीमित करें।
- तनाव से दूर रहें। तनाव एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
- आप खाने में दूध,मटन और मसालेदार फूड्स से परहेज करें।
- रेगुलर वॉक और एक्सरसाइज करें।