तुलसी जिसका धार्मिक महत्व होने के साथ ही इसके फायदे भी बहुत है। तुलसी के पत्ते जिसे आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों की रानी कहा गया है। ये पत्तियां औषधीय पौधे के रूप में जानी जाती है। धार्मिक दृष्टि से सुबह खाली पेट तुलसी के ताजे पत्ते चबाना शुभ माना जाता है लेकिन आप जानते है कि ये पत्ते सुबह खाली पेट खाना सेहत की दृष्टि से भी काफी फायदेमंद होता है।विज्ञान भी इनके लाभी की पुष्टि कर चुका है। कई आधुनिक रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, एडाप्टोजेन और कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो इम्यूनिटी मजबूत करते हैं।
इन पत्तों का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। इन पत्तों का सेवन करने से हार्मोन बैलेंस रहते हैं और मानसिक सेहत भी दुरुस्त रहती है। ये पत्ते दिल से लेकर फेफड़े, लिवर और ब्रेन के लिए भी फायदेमंद है। तुलसी के 3-4 पत्तों का रोज़ाना सेवन करने से बॉडी नेचुरल तरीके से डिटॉक्स होती है और मन ठीक रहता है। आइए जानते हैं कि रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करने से सेहत पर कैसा होता है असर।
डायबिटीज होती है कंट्रोल
रोज तुलसी के 3-4 पत्ते सुबह खाली पेट चबा लें तो नेचुरल तरीके से ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। इन पत्तों का सेवन करने से इंसुलिन का नेचुरल तरीके से निर्माण होता है और ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है।
इम्यूनिटी करते हैं स्ट्रांग और दिल भी होता है हेल्दी
रोज तुलसी के पत्तों का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बीमारियों से बचाव होता है। एंटीऑक्सीडेंट्स, एडाप्टोजेन और दूसरी जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर इन पत्तों का सेवन करने से दिल की सेहत में सुधार होता है। यह कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं।
तनाव होता है कंट्रोल
ये पत्ते मानसिक स्थिति में भी सुधार करते हैं। Real Simple की रिपोर्ट में तुलसी को एक शक्तिशाली एडाप्टोजेन बताया गया है जो तनाव को कम करने, मानसिक स्पष्टता बढ़ाने में असरदार साबित होते हैं। हाल ही में एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि तुलसी का उपयोग करने से कॉर्टिसोल स्तर में लगभग 36% की गिरावट देखी गई है, जो तनाव कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होती है।
पाचन में होता है सुधार
PubMed की खबर के मुताबिक रोज तुलसी के 4-5 पत्तों का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। तुलसी के पत्ते चबाने से सलाइवा के pH वेट में बढ़ोतरी होती और मुंह में Streptococcus mutans की संख्या में कमी आती है। ये पत्ते रोज खाने से पेट की गैस, अपच और एसिडिटी में राहत मिलती है।
ओरल हेल्थ में होता है सुधार
PubMed रिसर्च के मुताबिक तुलसी में यूजेनॉल , कैरवाक्रॉल और उर्सोलिक एसिड (Ursolic acid) जैसे यौगिक पाए जाते हैं जो मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया जैसे Streptococcus mutans और Lactobacillus acidophilus को मारते हैं। ये बैक्टीरिया दांतों में कैविटी और मसूड़ों में सूजन का कारण बनते हैं। इन पत्तों को अगर रोज चबाएं तो ओरल हेल्थ में सुधार होता है।
मूड और ब्रेन हेल्थ में होता है सुधार
PMC पर पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक 6 सप्ताह तक तुलसी अर्क का सेवन करने से तनाव, नींद की समस्याएं, भूलने की आदत, थकान जैसी मानसिक एवं संज्ञानात्मक समस्याएं कम होती हैं, साथ ही मूड और नींद में सुधार होता है।
रेस्पीरेटरी डिजीज में होता है फायदा
तुलसी का सेवन करने से सांस की समस्याओं में फायदा होता है। इन पत्तों को रोज खाने से दमा के लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। ये पत्ते खांसी और सांस से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में रामबाण इलाज है।
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