नवरात्रि नजदीक आ गई है और लोगों ने आने वाले नौ दिनों तक जश्न मनाने की तैयारियां भी शुरू कर दी है। नवरात्रि में फास्ट के दौरान किस तरह की डाइट का सेवन किया जाए उसपर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है। फास्ट में कौन से फूड खा सकते हैं और कौन से फूड से परहेज करते हैं इसकी लिस्ट श्रद्धालु पहले से ही बना लेते हैं। उपवास के दौरान लोग बेहद सादी डाइट का सेवन करते हैं। डाइट में दही, खीरा,सेब,आलू,साबूदाना की खिचड़ी या खीर,कट्टू का आटा और लौकी की मिठाई का सेवन करते हैं। जिन फूड्स से परहेज की जाती है उसमें सबसे ऊपर गेहूं, चावल, प्याज और लहसुन शामिल है। इस दौरान सादा खाना खाया जाता है, मसालेदार और फ्राई फूड से परहेज किया जाता है।
नवरात्रि पर आप भी अगर फास्ट में लहसुन और प्याज से परहेज कर रहे हैं तो इसके फायदे जान लीजिए। नौ दिनों के उपवास के दौरान सादा खाना यानी बिना प्याज और लहसुन का खाना आपकी सेहत में कई तरह के बदलाव ला सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक लहसुन और प्याज दोनों ही तामसिक प्रकृति के हैं अगर नवरात्रि में इन दोनों फूड्स से परहेज किया जाए तो सेहत को कई तरह से फायदा हो सकता है। आइए जानते हैं कि इन दोनों सब्जियों से परहेज करने से बॉडी में कौन-कौन से बदलाव आते हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानियां होती हैं दूर
प्याज और लहसुन सेहत के लिए फायदेमंद हैं लेकिन जिन लोगों का पाचन संवेदनशील होता है उनको इसे पचाना मुश्किल होता है। इन फूड में फ्रुक्टोज शामिल हैं जो एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है जो फास्ट के दौरान खराब पाचन के लोगों के लिए परेशानी पैदा कर सकता हैं। इसका सेवन करने से ब्लोटिंग की परेशानी हो सकती है। फास्ट के दौरान अगर आप लहसुन और प्याज से परहेज करते हैं तो आपका पेट ठीक रहता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक मुश्किल से पचने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। इसका सेवन कम करने से पाचन दुरुस्त होगा और पेट दर्द से निजात मिलेगी।
बॉडी का तापमान रहेगा बेहतर
आयुर्वेदिक सिद्धांतों के मुताबिक प्याज और लहसुन से परहेज करके बॉडी के तापमान को बैलेंस रखा जा सकता है। प्याज और लहसुन बॉडी को गर्मी देते हैं जो पित्त दोष को बढ़ा सकते हैं। नवरात्रि में उपवास के दौरान शरीर का तापमान नॉर्मल रखना जरूरी है। ठंडा और हल्का भोजन खाने से शरीर की आंतरिक गर्मी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है जिससे पाचन में सुधार होता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है असर
आयुर्वेद के मुताबिक प्याज और लहसुन जैसे फूड का सेवन बेचैनी को बढ़ा सकता है और मानसिक स्थिति पर प्रभाव डाल सकता है। नवरात्रि के दौरान अगर आप प्याज और लहसुन से परहेज करते हैं तो आपका मन शांत रहता है और मानसिक स्थिति ठीक रहती है।
ओवर ऑल हेल्थ रहती है बेहतर
नवरात्रि के दौरान प्याज और लहसुन से परहेज करके आप अपनी ओवर ऑल हेल्थ में सुधार कर सकते हैं। हालांकि लहसुन औषधीय गुणों से भरपूर है लेकिन इसका ज्यादा सेवन आंत में गुड बैक्टीरिया कम और खराब बैक्टीरिया बढ़ा सकते हैं। बैक्टीरिया का असंतुलन इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकता है और आपकी ओवर ऑल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।