High Uric Acid: गाउट का दर्द तब उत्पन्न होता है जब जोड़ों में यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स बनने लगते हैं। जिन लोगों को गाउट अटैक होता है वो इस बात से वाकिफ होते हैं कि गठिया का ये रूप कितना कष्टकारी होता है। बता दें कि जब लोग डाइट में हाई प्यूरीन फूड्स को शामिल करते हैं तो गठिया का खतरा ज्यादा हो जाता है। ये प्रोटीन खाने के साथ ही कुछ ड्रिंक्स में भी मौजूद होता है। ऐसे में लोगों को उन पेय पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए जिनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।
बीयर: बीयर में प्यूरीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ये गाउट अटैक के लिए भी जिम्मेदार होता है। एक स्टडी के मुताबिक जो लोग हाई यूरिक एसिड से परेशान हैं, अगर वो 12 आउंस सर्विंग से ज्यादा बीयर का सेवन करते हैं तो उनमें गाउट का जोखिम 1.5 गुना ज्यादा हो जाता है।
एल्कोहल: यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बीयर सबसे खतरनाक होता है, हालांकि, कोई भी एल्कोहोलिक ड्रिंक शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। शराब के सेवन के बाद किडनी इसे एक्सक्रीट करने में लग जाता है और यूरिक एसिड बॉडी से बाहर नहीं निकल पाता है। इससे खून में इस एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार अत्यधिक शराब पीने से एक या दो दिन के अंतराल पर ही गठिया का दर्द उठ सकता है।
सॉफ्ट ड्रिंक: कई अध्ययनों के अनुसार शुगरी और फ्रुक्टोज युक्त ड्रिंक के सेवन से भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है। स्टडी के मुताबिक अगर महिलाएं रोजाना एक कप मीठा पेय भी पीती हैं तो इससे उनमें गाउट होने की संभावना बढ़ जाती है। फ्रूट जूस और सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन खतरनाक हो सकता है। हालांकि, मरीज चाहें तो डाइट सोडा का सेवन कर सकते हैं।
संतरे का रस: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक विटामिन-सी युक्त संतरा यूरिक एसिड के मरीजों के लिए फायदेमंद होगा। लेकिन संतरे का रस उनकी सेहत बिगाड़ सकते हैं। फलों के रस में फ्रुक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है, साथ ही इनमें फाइबर की कमी भी होती है।
एनर्जी ड्रिंक: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन की मात्रा अधिक होती है, साथ ही इसमें शुगर भी उच्च मात्रा में मौजूद होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक इनके सेवन से गाउट का खतरा रोजाना दो गुना बढ़ जाता है।