पीरियड महिलाओं में हर महीने होने वाला साइकिल है। महिलाओं में नॉर्मल साइकिल 28 दिनों का होता है लेकिन कुछ महिलाओं में ये साइकिल 28 दिनों से कम भी होता है। जिन महिलाओं का मासिक धर्म इर्रेगुलर रहता है उनमें ये साइकिल 21 दिनों से 40 दिनों तक भी रह सकता है। पीरियड से पहले महिलाओं की बॉडी में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जिसके लिए हार्मोनल बदलाव जिम्मेदार हैं। ये लक्षण एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर में बदलाव आने के कारण होते हैं। चाहे आप कितने भी लंबे समय से मासिक धर्म से गुज़र रही हों पीरियड के दौरान महिलाओं की बॉडी में कुछ लक्षण जरूर दिखते हैं। ये बदलाव शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के होते हैं।
हम सभी जानते हैं कि पीरियड शुरू होने के बाद बॉडी में पेट के निचले हिस्से में दर्द रहता है। ये दर्द पीठ,जांघों और पैरों तक में हो सकता है। लेकिन आप जानते हैं कि पीरियड के दौरान ही नहीं बल्कि पीरियड आने से पहले भी बॉडी में कुछ शारीरिक और मानसिक बदलाव दिखते हैं जो ये बताते हैं कि आपको पीरियड आने वाला है।
स्त्री रोग विशेषज्ञ और टेस्ट ट्यूब बेबी कंसल्टेंट, पुणे में डॉ. सुप्रिया पुराणिक ने बताया कि पीरियड आने से 4-5 दिन पहले या एक हफ्ते पहले बॉडी में कुछ परेशानियां होने लगती है। ये परेशानियां शारीरिक और बिहेवियर में बदलाव होने जैसी दिक्कतें होती हैं जिसे हम प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम Premenstrual syndrome (PMS) के नाम से जानते हैं। PMS में हमें कुछ शारीरिक और कुछ व्यावहारिक परेशानियां होती है। ये परेशानियां पीरियड शुरू होने के बाद पूरी तरह खत्म हो जाती हैं। आइए जानते हैं कि पीरियड के दौरान बॉडी में कौन-कौन सी परेशानियां होती हैं और क्यों होती है।
पीरियड से पहले बॉडी में शारीरिक और मानसिक बदलाव क्यों होते हैं?
पीरियड से पहले बॉडी में ये बदलाव बॉडी में पानी भरने की वजह से होते हैं जिसे फ्लूड रिटेंशन बोलते हैं। इस फ्लूड की वजह से ही हमें सिर दर्द से लेकर हमारे मूड तक में बदलाव दिखता है। आइए जानते हैं कि पीरियड से पहले बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं?
ब्रेस्ट में बदलाव
पीरियड आने से पहले बॉडी में जो बदलाव दिखता है उसमें सबसे पहला कारण ब्रेस्ट में होने वाला बदलाव है। ब्रेस्ट में होने वाला ये बदलाव हॉर्मोन में परिवर्तन के कारण होता है। खासतौर पर प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन में बढ़ोतरी होने के कारण ब्रेस्ट के टिशू में सूजन और संवेदनशीलता बढ़ने लगती है। इससे ब्रेस्ट में दर्द, भारीपन महसूस हो सकता है।
ब्लोटिंग होना
हार्मोन परिवर्तन और वाटर रिटेंशन के कारण पीरियड से पहले ब्लोटिंग की परेशानी हो सकती है। इस दौरान कुछ महिलाओं का पेट बड़ा हुआ या भारी महसूस होता है। पेट में होने वाले इस बदलाव से आप समझ जाएं कि आपको पीरियड शुरू होने वाला है।
मूड स्विंग होना
पीरियड आने से पहले महिलाओं के मूड में भी कई तरह के बदलाव आते हैं। पीरियड से पहले भावनात्मक उतार-चढ़ाव होना सामान्य बात है। हार्मोन परिवर्तन, विशेष रूप से सेरोटोनिन में कमी, मूड में बदलाव, इंपेशेंस, उदासी और चिंता का कारण बन सकता है। प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम में अक्सर ये भावनात्मक लक्षण शामिल होते हैं।
थकान और बॉडी में क्रैम्प आना
बॉडी में होने वाली थकान और बॉडी में क्रैम्प आना भी इस बात के संकेत हैं कि आपको पीरियड आने वाला है। हार्मोन के स्तर में परिवर्तन आपकी ऊर्जा के स्तर को प्रभावित कर सकता है और आपको ज्यादा थकान महसूस हो सकती है। इस दौरान महिलाओं को पेट में और हाथ पैरों में क्रैंप आने की भी दिक्कत होती है। बैलेंस डाइट और पर्याप्त नींद लेकर आप इस स्थिति को कंट्रोल कर सकते हैं।
भूख में बदलाव होना और सिर दर्द होना
हार्मोन में परिवर्तन होने के कारण महिलाओं की भूख भी प्रभावित होती है। कुछ महिलाओं को मीठा तो कुछ महिलाओं नमकीन खाने की क्रेविंग होती है। इसके अलावा भूख में कमी का भी अहसास होता है। पीरियड से पहले हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण सिरदर्द या माइग्रेन हो सकता है। ये सिरदर्द एस्ट्रोजन में कमी के कारण हो सकता हैं, खासकर माइग्रेन से पीड़ित महिलाओं में ये परेशानी ज्यादा होती है।