दिल हमारी बॉडी का अहम हिस्सा है जो दिन में करीबन 115,000 बार धड़कता है और तकरीबन 2,000 गेलन रक्त पम्प करता है। दिल का धड़कना इस बात का सबूत हैं कि हम जिंदा है। दिल की सेहत ठीक रहे इसके लिए जरूरी है कि लाइफस्टाइल में बदलाव करें और अपने खान-पान का ध्यान रखें। दिल की अच्छी सेहत के लिए 8 घंटे की नींद जितनी जरूरी है उतनी ही हेल्दी डाइट भी जरूरी है।
कम नींद, निष्क्रिय जीवन शैली, ऑयली व जंक फूड्स का सेवन, लम्बे समय तक बैठे रहने से और धूम्रपान करने से दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है। कई बीमारियों जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और मोटापा की वजह से भी दिल के रोगों का खतरा बढ़ने लगता है। दिल की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि दिल का ख्याल रखा जाए और दिल के रोगों के लक्षणों को पहचाना जाए। किसी भी रोग के बॉडी में पनपने से बॉडी उसके संकेत देना शुरू कर देती है। आप जानते हैं कि पैरों में सूजन और दर्द होना भी दिल की बीमारी के लक्षण हैं। आइए जानते हैं कि दिल की बीमारी होने पर बॉडी में उसके कौन-कौन से लक्षण दिखने लगते हैं।
पैरों में सूजन होना दिल की बीमारी के लक्षण:
गर्मियों में पैरों सूजन आना परेशानी का सबब हो सकता है। लगातार और बार-बार पैरों में सूजन आना दिल की बीमारी के संकेत हो सकते हैं। पैरों में सूजन की परेशानी अधिक देर तक खड़े रहने से या गलत व्यायाम करने से होती है। यदि पैरों की सूजन दूर नहीं होती है या खराब हो जाती है तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए। पैरों की सूजन दिल की बीमारी की दस्तक है।
नींद की गड़बड़ी दिल के रोगों के लक्षण:
स्लीप डिसऑर्डर हृदय संबंधी स्थिति के कारण होता है। अनिद्रा को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जिन लोगों को सोने में परेशानी होती है, उन्हें डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। सोते समय किसी व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई उनके फेफड़ों में तरल पदार्थ के कारण होती है। सीने में बेचैनी, दिल का धड़कना दिल के रोगों का कारण है।
मसूड़ों में सूजन भी दिल के लिए खतरा:
मसूड़े की सूजन आमतौर पर चिंता का कारण नहीं होती है, लेकिन अगर आपके मुंह में बेचैनी असहनीय हो जाती है, तो आपको दांतों के डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए। बहुत से लोग इस बात से वाकिफ नहीं हैं कि दांत और हृदय स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। अपने दांतों का नियमित रूप से चेकअप कराएं, क्योंकि मौखिक स्वास्थ्य आपके दिल की सेहत को प्रभावित करता है।
खर्राटे ज्यादा आना दिल के लिए खतरा:
खर्राटों को चिकित्सकीय रूप से स्लीप एपनिया के रूप में जाना जाता है। इस बीमारी से पीड़ित इंसान को तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर दिल की बीमारी का जल्द पता चल जाए तो उसका इलाज किया जा सकता है।
बाहों और शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द होना:
ज्यादातर लोगों का मानना है कि तनाव के कारण बाहों और शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द होता है। लेकिन आप जानते हैं कि ये दर्द दिल का दौरा पड़ने का भी संकेत हो सकता है। दिल का दौरा पड़ने वाले कुछ लोगों ने मुंह और पीठ में दर्द की शिकायत होती है।