खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से पनपने वाली बीमारियों में गैस्ट्रिक की बीमारी भी शामिल है। गैस या गैस्ट्रिक की परेशानी सबसे आम परेशानियों में से एक है जो अक्सर 40 साल की उम्र के लोगों को परेशान करती है। लेकिन खराब खान-पान ने लोगों को कम उम्र में ही इस बीमारी का शिकार बना दिया है। गैस्ट्रिक की समस्या या गैस्ट्रिटिस पेट की परत की सूजन या जलन है। लम्बे समय तक अगर डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव नहीं किया जाए तो ये बीमारी क्रोनिक हो जाती है।
गैस्ट्रिक की परेशानी आमतौर पर लंबे समय तक खाली पेट रहने से,भोजन को ठीक से चबाकर नहीं खाने से, मसालेदार भोजन का ज्यादा सेवन करने से और शराब का सेवन अधिक करने से होती है। गैस्ट्रिक की बीमारी के पीछे तनाव भी बहुत बड़ा कारण हैं। गैस्ट्रिक की परेशानी होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट हकीम सुलेमान ने बताया कि गैस की समस्या का आयुर्वेद में बहुत असरदार इलाज मौजूद है। अगर समय पर गैस्ट्रिक के लक्षणों की पहचान कर ली जाए और कुछ देसी नुस्खों का सेवन किया जाए तो इस बीमारी से आसानी से निजात पाई जा सकती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गैस्ट्रिक के लक्षण कौन-कौन से हैं और उसका आयुर्वेदिक उपचार कैसे करें।
गैस्ट्रिक बीमारी के लक्षण
- पेट में दर्द होना
- उल्टी और अपच
- अल्सर,पेट में जलन होना
- मतली होना
- बार-बार पेट खराब होना
- उदरीय सूजन
गैस्ट्रिक की बीमारी का घरेलू इलाज
अजवाइन का करें सेवन
अगर गैस और एसिडिटी आपको परेशान कर रही है, खाना खाने के बाद पेट भारी और सूजा हुआ महसूस होता है तो आप अजवाइन का सेवन करें। ये मसाला गैस,एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या का उपचार कर सकता है। अजवाइन का इस्तेमाल आप भूनकर कर नमक मिलाकर कर सकते हैं। आप अजवाइन का सेवन उसका पानी बनाकर भी कर सकते हैं। अजवाइन खाने से आपको गैस्ट्रिक की परेशानी से निजात मिलेगी।
सौंफ का करें सेवन
गैस्ट्रिक की परेशानी को दूर करने में सौंफ का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। सौंफ अक्सर लोग खाने के बाद माउथफ्रेशर के रूप में खाते हैं। आप जानते हैं कि सौंफ का सेवन करने से गैंस की परेशानी का इलाज होता है। आयुर्वेद में सौंफ को त्रिदोषनाशक जड़ी बूटी माना जाता है। ये जड़ी बूटी वात,कफ और पित्त को संतुलित करने में भी मदद करती है। इसका सेवन करने से पेट फूलने, भारीपन, गैस, एसिडिटी, अपच और ब्लोटिंग जैसे पेट की समस्याओं का इलाज होता है।
अदरक से करें पाचन का इलाज
अदरक एक ऐसा हर्ब और मसाला है जो गैस्ट्ऱिक की समस्या का उपचार करने में असरदार साबित होती है। अदरक में मौजूद गुणों की बात करें तो इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो गैस और सूजन को दूर करने में असरदार साबित होते हैं। अदरक में जिंजरोल नामक तत्व पाए जाते हैं जो पाचन को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। अदरक खाने से गैस, एसिडिटी, पेट फूलना, ब्लोटिंग, तेज़ाब बनने जैसी परेशानियों से निजात मिलती है। अदरक का सेवन आप अदरक की चाय बनाकर,अदरक का टुकड़ा चबाकर कर सकते हैं।