बढ़ता वजन देश और दुनिया के लोगों के लिए बड़ी परेशानी है। बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए लोग कई तरीके अपनाते हैं। जिम में जाकर वर्कआउट करते हैं, डाइटिंग करते हैं, बेरिएट्रिक सर्जरी कराते हैं, कई तरह की दवाओं और देसी नुस्खों को भी अपनाते हैं फिर भी उन्हें मन चाही बॉडी नहीं मिलती। विदेशों में वजन को कंट्रोल करने के लिए कई तरह की दवाओं का सेवन भी किया जाता है। खासतौर पर अमेरिका और यूरोप में वजन घटाने वाली विभिन्न दवाओं का सेवन गेम चेंजर साबित हो रहा है, लेकिन ये दवाएं अभी भी भारत में व्यावसायिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं। इन दवाओं की दुनिया में बढ़ती मांग की वजह से भारत में मंजूरी नहीं मिली थी।
भारत के दवा नियामक की एक विशेषज्ञ समिति ने जल्दी ही मोटापा घटाने की दवा tirzepatide को हरी झंडी दे दी है। दवा की सिफारिश की समीक्षा के बाद दवा को नियामक द्वारा अंतिम मंजूरी दी जाएगी, जिससे इसके निर्माता एली लिली को भारतीय बाजार में इस दवा को लॉन्च करने की अनुमति मिल जाएगी।
FDA ने Semaglutide और tirzepatide को दी मंजूरी
FDA ने वयस्कों में क्रोनिक वजन को कंट्रोल करने के लिए semaglutide और tirzepatide को मंजूरी दे दी है। ये दोनों दवाएं उन लोगों को दी जा सकती हैं जिनका BMI 30 से अधिक है या 27 और 30 के बीच है। दोनों दवाओं को स्किन के नीचे इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। इन दवाइयों का सेवन करने के साथ ही कैलोरी सेवन पर कंट्रोल करना और वर्कआउट करना भी जरूरी है। इस दवा की खुराक धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है। Semaglutide 2.4 मिलीग्राम और tirzepatide का सेवन 15 मिलीग्राम तक कर सकते हैं।
Semaglutide और tirzepatide कैसे करती हैं असर
Semaglutide और tirzepatide पॉलीपेप्टाइड हैं। ये छोटे प्रोटीन शरीर में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले हार्मोन के स्तर को बढ़ाते हैं जिसमें ग्लूकागन-लाइक-पेप्टाइड 1 भी शामिल है, जो मस्तिष्क और पाचन तंत्र के जरिए वजन को कंट्रोल करता है। ये आंत में रिलीज GLP-1 का स्तर, न्यूरॉन्स को उत्तेजित करके एक रिएक्शन करता है जो आंत के कार्य को बदल देता है, जिससे खाने की क्रेविंग कंट्रोल रहती है। यह प्रक्रिया ब्रेन मैकेनिज्म में प्रवेश करती है जो तंत्रिका मार्गों को रोशन करती है, जिससे भूख शांत होने का अनुभव होता है।
इस दवा के कौन-कौन से हो सकते हैं साइड इफेक्ट
दवा कंपनी के मुताबिक Zep bound दवा का सेवन करने से बॉडी में उसके कुछ साइड इफेक्ट दिख सकते हैं। कंपनी के मुताबिक इस दवा को खाने से मतली, दस्त, उल्टी, कब्ज, पेट दर्द, अपच,थकान, एलर्जी, डकार, बालों का झड़ना और मिजाज़ में खराबी हो सकती है।
एली लिली ने खासतौर पर थायराइड ट्यूमर के खतरे को भी हाइलाइट किया है। दवा निर्माता का कहना है कि अगर आप दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो बॉडी में दिखने वाले कुछ खास लक्षणों पर नजर रखें, जैसे गर्दन में गांठ या सूजन,आवाज का बैठना,खाना निगलने में परेशानी होना या सांस लेने में तकलीफ होने जैसे लक्षण दिख सकते हैं। कुछ बीमारियों में इस दवा का सेवन नहीं कर सकते।