बॉलीवुड एक्टर रणधीर कपूर ने डिमेंशिया पीड़ित होने की खबरों को नकार दिया है। दरअसल, रणबीर कपूर ने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि रणधीर कपूर डिमेंशिया के शिकार हो गए हैं और उनकी याद्दाश्त कमजोर हो गई है। बता दें डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से मरीज की याद्दाश्त कमजोर होने लगती है और उसे भूलने की आदत हो जाती है। डिमेंशिया का शिकार इन्सान अपना सामान रखकर भूल जाता है, अपने साथी, परिवार के सदस्यों यहां तक कि अपने जरूरी कामों को भी भूलने लगता है।
भूलने की ये बीमारी उम्र बढ़ने के साथ होती है। अल्जाइमर, वैस्कुलर डिमेंशिया, पार्किंसंस भी डिमेंशिया की बीमारी के अंतर्गत आते हैं। अल्जाइमर को डिमेंशिया का सबसे प्रमुख कारण माना जाता है।
डिमेंशिया उम्र के साथ बढ़ने वाली बीमारी है लेकिन इस बीमारी के शुरुआत में कुछ लक्षण दिखते हैं अगर उन्हें समय पर पहचान लिया जाए तो इस बीमारी की गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं कि इस बीमारी के लक्षण कौन-कौन से हैं और उसका उपचार कैसे करें।
डिमेंशिया के लक्षण: सुनने में असमर्थता, याद्दाश्त कमज़ोर होना, दैनिक कामों को करने में कठिनाई होना, बोलते समय शब्दों का सही प्रयोग करने में दिक्कत होना,मूड में बदलाव आना, सामाजिक तौर-तरीके भूल जाना, चलने या संतुलन में दिक्कत होना शामिल है। डिमेंशिया से बचाव करना चाहते हैं तो इन आदतों को अपनाएं।
याददाश्त को स्ट्रॉन्ग बनाएं: याददाश्त को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करने से नर्वस सिस्टम इम्प्रूव होता है और याददाश्त तेज होती है।
काम-काज से ब्रेक लें: लगातार काम करने से दिमाग थक जाता है और याददाश्त कमजोर होने लगती है ऐसे में आप काम से कुछ समय का ब्रेक जरूर लें। ये ब्रेक आप दिन भर की मसरूफियत के बाद ले सकते हैं। साल में कम से कम एक बार जरूर ट्रेवल करें आपकी याददाश्त इंप्रूव होती है।
मेडिटेशन जरूर करें: मेडिटेशन सिर्फ बॉडी के लिए ही जरूरी नहीं हैं बल्कि ब्रेन पावर बढ़ाने में भी असरदार है। यह तनाव और दर्द को कम करने में असरदार है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, साथ ही याददाश्त भी दुरुस्त करता है।