Vitamin D Deficiency: हेल्दी और फिट बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्वों के साथ-साथ Vitamin D की भी बहुत जरूरत होती है। विटामिन डी की कमी चलते हड्डियों और मांसपेशियों पर असर पड़ता है। जिसके चलते कई बीमारियां होने का भी खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, विटामिन डी एक ऐसा पोषक तत्व है जो सूरज की रोशनी यानी धूप से सबसे अधिक मिलता है। इसलिए कुछ देर धूप में बैठने की सलाह दी जाती है, लेकिन सर्दियों के मौसम में धूप बहुत कम निकलती है। जिससे विटामिन डी की कमी होना बहुत आम है। ऐसे में कुछ फूड को अपनी डाइट में शामिल करके विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है।

विटामिन डी की कमी से होने वाले नुकसान

  • हड्डियों में कमजोरी
  • इम्यून सिस्टम कमजोर
  • मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द
  • हार्ट की बीमारियों का खतरा

दरअसल, विटामिन डी हड्डियों से लेकर संक्रमण और बीमारियों से लड़ने तक शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन कैल्शियम और फास्फोरस अवशोषण को बढ़ावा देता है। ये विटामिन मसल्स की ग्रोथ से लेकर स्किन तक के लिए भी फायदेमंद है। कई रिसर्च में ये बात साबित हुई है कि विटामिन डी का सेवन हाइपरटेंशन यानी हाई बीपी के जोखिम को बहुत हद तक कम कर देता है।

मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द

विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द की समस्या हो सकती है। जब मांसपेशियों में कमजोरी या दर्द का महसूस हो, तो यह विटामिन डी की कमी का संकेत है। बोन रिपोर्ट्स के एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन डी की कमी वाले कमजोर, बुजुर्ग और विशेष रूप से संस्थानों में रहने वाले लोगों को विटामिन डी सप्लीमेंट से लाभ हो सकता है।

हड्डियां कमजोर

विटामिन डी की कमी होने पर शरीर कैल्शियम और फास्फोरस को पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर पाता है, जिससे हड्डियों में दर्द, हड्डियों के फ्रैक्चर, मांसपेशियों में दर्द और मांसपेशियों की कमजोरी का जोखिम बढ़ सकता है।

विटामिन डी की कमी कैसे पूरी करें?

  • विटामिन डी कमी को खानपान के माध्यम से भी पूरा किया जा सकता है।
  • अपने आहार के माध्यम से प्राकृतिक रूप से विटामिन डी की कमी को पूरा करें
  • सूर्य के रोशनी में अधिक समय बिताकर प्राकृतिक रूप से विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है।

विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए फूड

दूध से बने प्रोडक्ट और फैटी फिश

दूध, दही और पनीर में भी विटामिन डी भरपूर मात्रा में होता है। दूध से बने प्रोडक्ट का सेवन करने से विटामिन डी की कमी पूरी हो सकती है। इसके अलावा मछलियां सूरज की रोशनी में रहती है, जिसके कारण वह अपने अंदर विटामिन डी स्टोर कर लेती हैं। फिश के सेवन से विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है।

मशरूम

मशरूम यूवी किरणों में उगाए जाते हैं। इसके सेवन से विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है।

सप्लीमेंट

इसके अलावा विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट्स का सेवन भी किया जा सकता है, लेकिन सप्लीमेंट्स का सेवन किसी एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार करना चाहिए।

इसके अलावा सर्दियों की ठंड इम्यूनिटी को कमजोर कर सकती है और हार्ट संबंधी जोखिम बढ़ा सकती है। सर्दियों की बीमारियों से बचने के लिए विटामिन C युक्त फूड का सेवन बहुत जरूरी है।