Tips to control Diabetes: शरीर में जब ब्लड शुगर की मात्रा अनियंत्रित हो जाती है तब डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है जिस वजह से उन्हें अपने सेहत की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। इम्युनिटी के अलावा, मधुमेह के गंभीर मामलों में मरीज के अलग-अलग हिस्से भी प्रभावित होते हैं। ब्लड शुगर अनियमित होने से किडनी और लिवर जैसे महत्वपूर्ण अंग भी डैमेज हो सकते हैं। मौसम में बदलाव होने पर कई बार डायबिटीज पेशेंट को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं, विटामिन डी की कमी से भी मधुमेह का खतरा बढ़ता है। आइए जानते हैं विस्तार से –
विटामिन डी और डायबिटीज में क्या है संबंध: एक अध्ययन के अनुसार विटामिन डी शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। बता दें कि मधुमेह रोगियों के दिल की बीमारी का खतरा भी अधिक होता है। वहीं, एक अन्य शोध के मुताबिक जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है, उनमें टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित होने का खतरा अधिक होता है। माना जाता है कि अगर शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी रहेगा तो उससे इंसुलिन रेसिसटेंस को कम करने में मदद मिलेगी।
इम्युनिटी भी हो जाती है कमजोर: इस कोरोना के दौर में हर व्यक्ति संक्रमण से दूर रहना चाहता है, जिसके लिए इम्युनिटी का मजबूत होना बेहद आवश्यक है। इस विटामिन की कमी से लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है जिससे लोग अक्सर बीमार रहने लगते हैं। बार-बार सर्दी या फ्लू होना विटामिन डी की कमी की ओर इशारा कर सकता है। बता दें कि मधुमेह रोगी कमजोर इम्युनिटी से परेशान रहते हैं।
ऐसे करें इस कमी को पूरा: शरीर में विटामिन डी की प्राप्ति के लिए धूप को सबसे अधिक कारगर माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि धूप विटामिन डी का प्राकृतिक स्रोत होता है। यही कारण है कि विटामिन डी को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है। वहीं, मशरूम रोजाना या नियम से खाने पर भी हमारी जरूरत का लगभग 20 प्रतिशत विटामिन डी हमें मिल जाता है जो पर्याप्त है। दूध में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-डी होता है, साथ ही कैल्शियम भी होता है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।