उम्र का बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है। 40 साल की उम्र के बाद चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशान दिखने लगते हैं लेकिन कुछ लोग कम उम्र में ही बूढ़े दिखने लगते हैं। खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल सिर्फ आपकी सेहत को ही नहीं बिगाड़ रहा बल्कि आपको उम्र से पहले बूढ़ा भी बना रहा है। जी हां डाइट में पोषक तत्वों की कमी होने से उसका असर आपकी स्किन पर भी देखने को मिलता है। विटामिन डी बॉडी के लिए एक ऐसा जरूरी विटामिन है जिसकी कमी होने से आपकी स्किन जल्दी बूढ़ी होने लगती है। वैज्ञानिकों ने कई रिसर्च में ये बात साबित कर दी है कि विटामिन डी की कमी से बुढ़ापा जल्दी आता है।
न्यूट्रिएंट्स जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक विटामिन डी का सेवन एजिंग प्रोसेस को स्लो करता है। बॉडी के लिए जरूरी इस विटामिन डी की कमी होने से स्किन तेज़ी से बूढ़ी हो सकती है। उम्र बढ़ने से आपके शरीर में विटामिन डी का उत्पादन करने की क्षमता प्रभावित होती है लेकिन कम उम्र में बॉडी में इस विटामिन की कमी बॉडी को कई तरह से बीमार कर सकती है। लोगों में विटामिन डी की कमी काफी आम है। हाल के निष्कर्षों से पता चलता है कि लगभग 79% पुरुष और 75% महिलाएं विटामिन डी की कमी से पीड़ित हैं।
विटामिन डी की कमी कैसे स्किन को बूढ़ा बनाती है?
स्किन जब धूप के संपर्क में आती है, तो शरीर में विटामिन डी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होती है। विटामिन डी वसा में घुलनशील विटामिन है जो सूरज की किरणों से मिलता है। विटामिन डी बॉडी के अंदर होने वाली प्रक्रिया के दौरान कैल्सिट्रायोल में तब्दील हो जाता है और उसके बाद सक्रिय हो जाता है। ये कैल्सिट्रायोल ही बॉडी में फास्फोरस और कैल्शियम को ऑब्जर्व होने देता है। इस विटामिन की कमी से बॉडी को कैल्शियम और फास्फोरस नहीं मिलता। रिसर्च के मुताबिक जब DNA में टेलोमीयर छोटा होने लगता है तब एजिंग प्रोसेस बढ़ने लगता है। विटामिन डी की कमी एजिंग प्रोसेस को बढ़ाती है।
विटामिन डी की कमी के लक्षण
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक बॉडी में विटामिन डी की कमी होने पर उसके लक्षण दिखने लगते हैं। स्किन से लेकर बॉडी के बाकी हिस्सों पर भी इस विटामिन की कमी के लक्षण दिखते हैं। मांसपेशियों में दर्द होना, मांसपेशियां कमज़ोर होना, बॉडी पेन, थकान, बार-बार बीमार होना, जल्दी संक्रमित होना और पीठ में दर्द रहना भी विटामिन डी की कमी के लक्षण हैं। बॉडी में विटामिन डी की कमी होने से हड्डियों की सेहत बिगड़ने लगती है, मूड स्विंग, डिप्रेशन, मांसपेशियों में ऐंठन और घाव का देरी से भरना भी विटामिन डी की कमी के लक्षण हैं। विटामिन डी की कमी ना सिर्फ स्किन की सेहत को बिगाड़ती है बल्कि हेयर फॉल का भी कारण बनती है।
किस तरह करें विटामिन डी की कमी को पूरा
बॉडी में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में विटामिन डी से भरपूर मशरूम का सेवन करें। वसायुक्त मछलियां जैसे सैल्मन, ट्राउट, टूना और मैकेरल डिब्बाबंद मछलियां जैसे हेरिंग और सार्डिन,अंडे, मटन का गुर्दा और मछली का सेवन करें। डाइट में अंडे की पीली जर्दी का सेवन भी विटामिन डी की कमी को पूरा करता है।
फोर्टिफाइड अनाज और गाय के दूध का सेवन करें।