Uric Acid Control: यूरिक एसिड एक ऐसी समस्या हो जो एक बार बढ़ जाए तो इसे कंट्रोल करना बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इसके अलावा यूरिक एसिड के बढ़ने के शरीर में कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। यूरिक एसिड एक तरह का अपशिष्ट पदार्थ होता है, जो प्यूरीन से भरपूर फूड्स के कारण शरीर में बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड की समस्या से महिला और पुरुष भारी संख्या में परेशान हैं। यूरिक एसिड के बढ़ने से किडनी, शरीर के जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, खाने में दाल को बहुत ही अहम हिस्सा माना जाता है। दाल के सेवन से सेहत को कई फायदे मिलते हैं और कई कई बीमारियों से बचाव भी होता है, लेकिन यूरिक एसिड के मरीजों के लिए अरहर की दाल का सेवन जहर की तरह काम कर सकता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर प्रताप चौहान ने बताया कि यूरिक एसिड की समस्या में दाल का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए?
कई रिसर्च और स्टडी के मुताबिक, दालें सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं और अरहर की दाल सेहत के लिए ज्यादा लाभकारी होती है। इसमें फोलिक एसिड, आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है, जिसमें प्रोटीन से भरपूर दाल का सेवन मरीज को बेहद नुकसान पहुंचाता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है उन्हें डाइट में पालक, टमाटर, बीज युक्त चीजें और दाल का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
पीली दाल अरहर की दाल क्यों खतरनाक हो सकती है?
पीली दाल में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में जाकर यूरिक एसिड में बदल जाता है। अधिक मात्रा में पीली दाल खाने से यूरिक एसिड बढ़ सकता है, जिससे गठिया और जोड़ों में सूजन हो सकती है।
किडनी पर असर पड़ेगा
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी पर असर पड़ता है। जब यूरिक एसिड बढ़ता है, तो किडनी को इसे फिल्टर करने में दिक्कत होती है। इससे किडनी स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है।
जोड़ों में दर्द और सूजन
हाई यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल बनाकर सूजन और तेज दर्द पैदा करता है, इससे गठिया की समस्या होना का खतरा अधिक हो जाता है। पीली दाल ज्यादा खाने से गठिया के लक्षण बढ़ सकते हैं।
यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं?
- लो-प्यूरीन फूड्स- हरी सब्जियां, दही, छाछ, बादाम, खीरा, टमाटर, सेब, नींबू पानी।
- ज्यादा पानी पिएं- दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीने से यूरिक एसिड बाहर निकलता है।
- एक्सरसाइज करें- हल्की कसरत और योग से मेटाबॉलिज्म सही रहता है।
- ज्यादा नमक, ऑयली और जंक फूड से बचें।
वहीं, मखाना एक ऐसा सुपरफूड है जिसका सेवन करने से कई बीमारियों का एक साथ इलाज होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, मखाने में कैल्शियम की मात्रा के अलावा मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है।