जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो जोड़ों में दर्द होने की शिकायत रहने लगती है। गाउट रोग भी शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से होता है। यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर की विभिन्न मांसपेशियों में सूजन आ जाती है, जिसके कारण दर्द होने लगता है। बढ़ता मोटापा या थायराइड यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण होता है। ऐसे में लोगों को अपनी खान-पान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। डाइट में ऐसे फूड्स या ड्रिंक्स शामिल करने चाहिए जो ना सिर्फ शरीर में यूरिक एसिड को कंट्रोल करें, बल्कि उसके लक्षणों को भी कम करें। आइए जानते हैं ऐसे में अपनी डाइट में क्या शामिल करें-
– अनाज, सब्जी और फल फाइबर से भरपूर होते हैं जो पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही थायराइड की ग्रंथी को भी बढ़ने से रोकते हैं। इसके अलावा थायराइड के लक्षणों को भी कम करते हैं।
– ब्रोकली खाने से आयोडीन की कमी होती है तो ये थायराइड हार्मोन के उत्पादन को कम करती हैं। इन्हें पचाने से आयोडीन का उपयोग करने के लिए थायराइड की क्षमता अवरुद्ध हो सकती है, जो सामान्य थायराइड के लिए आवश्यक है।
– यूरिक एसिड के मरीजों को अंडे का सेवन करना चाहिए। अंडे में प्यूरिन न के बरबार होती है, इसलिए इसका सेवन गाउट में किया जा सकता है। इसके अलावा थायराइड के मरीजों को अंडे की जर्दी का सेवन नहीं करना चाहिए, वरना मोटापा बढ़ने का खतरा रहता है।
– आप डेयरी प्रोडक्ट यानी दूध या दूध से बने खाद्य पदार्थों का सेवन भी कर सकते हैं। इसमें काफी कम मात्रा में प्यूरिन होता है, इसलिए आप दूध, चीज़ व दही का सेवन कर सकते हैं। यह यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है।
– जो लोग दिनभर में 6 से 8 गिलास पानी पीते हैं, उनमें यूरिक एसिड के जोखिम का खतरा कम पानी पीने वालों की तुलना में कम हो सकता है। आपको दिनभर में कितना पानी पीना चाहिए, इस बारे में डॉक्टर से एक बार जरूर पूछ लें।
– थायराइड ग्रंथि के कार्य करने में विटामिन डी का बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है, इसके लिए अपने भोजन में मशरूम, अण्डे का पीला भाग, फिश लिवर ऑयल को शामिल करें।