हाई यूरिक एसिड के मरीजों को अपने खानपान का विशेष तौर पर ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से गठिया सफेद तमाम बीमारियां होने का खतरा रहता है। यूरिक एसिड बढ़ने से मरीजों के हाथ-पैर में जकड़न आ जाती है और असहाय दर्द होता है।

कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनके सेवन से बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ सकती है, इसके कारण जोड़ों में दर्द और सूजन की परेशानी हो सकती है। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने पर मरीजों को दही का सेवन करना चाहिए अथवा नहीं, और इस स्थिति में किन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए।

दही के सेवन से बचें: दोपहर के खाने के बाद दही ज्यादातर लोगों को खाना पसंद होता है। लेकिन उन व्यक्तियों को दही का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए जिनका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ हो, दरअसल, दही में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए हानिकारक होता है। दही में मौजूद ट्रांस फैट यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है।

आइसक्रीम और फास्ट फूड: गर्मियों का मौसम शुरू हो रहा है ऐसे में फास्ट फूड और आइसक्रीम का सेवन भी लोग खूब करते हैं। लेकिन देखा जाए तो आमतौर पर यह दोनों खाद्य पदार्थ शरीर के लिए लाभकारी नहीं होता। यूरिक एसिड के रोगियों के लिए यह और भी हानिकारक होता है। इसलिए इनसे बचना चाहिए।

इन चीजों के सेवन से करें परहेज: यूरिक एसिड के मरीजों को प्यूरीन युक्त सब्जियों के सेवन से परहज करना चाहिए। इसलिए नॉन-वेज, सीफूड और अल्कोहल जैसी चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा सिरका, छाछ, सोया मिल्क, हरी मटर, पालक, ब्रसेल्स, स्प्राउट्स आदि का सेवन भी बंद कर देना चाहिए।

आपको बता दें कि यूरिक एसिड बढ़ने से दिल का दौरा, किडनी फेलियर और मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का खतरा भी बढ़ जाता है। शरीर में यूरिक एसिड तब बढ़ता है जब किडनी जब इस एसिड को फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह पाती, तो यह हड्डियों के जोड़ों के बीच क्रिस्टल्स के रूप में इक्ट्ठा होने लगता है। यूरिक एसिड के मरीजों को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना पड़ता है, ऐसे में कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनके सेवन से बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ सकती है, इसके कारण व्यक्ति को काफी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।