लापरवाह जीवन-शैली और अनहेल्दी खानपान के कारण ज्यादातर लोग थायरॉयड और यूरिक एसिड की बीमारी से परेशान होते हैं। पहले जहां उम्रदराज लोग ही यूरिक एसिड और थायरॉयड की चपेट में आते थे वहीं, आज युवा भी इस बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को थाइराइड बीमारी के होने का 2 गुना ज्यादा खतरा होता है। 18 से 35 साल की महिलाएं, खासकर प्रेग्नेंट लेडीज को Thyroid बीमारी से दूर रहने के लिए अपना विशेष ख्याल रखना चाहिए। ह्यूमन एक्टिविटीज के लिए थायरॉयड ग्लैंड से निकलने वाला हार्मोन थायरॉक्सिन सीमित मात्रा में जरूरी है।
वहीं ब्लड में मौजूद यूरिक एसिड (Uric Acid) एक तरह का केमिकल है, जो शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। यूं तो अधिकतर यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से फ्लश आउट हो जाता है, लेकिन जब किडनी इस वेस्ट प्रोडक्ट को फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह पाती तो इसके कारण यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर हड्डियों के बीच इक्ट्ठा होने लगता है, जिसके कारण गाउट की बीमारी होती है। ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि थाइराइड और यूरिक एसिड से बचने के लिए किन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए-
फूल व पत्ता गोभी: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार थाइराइड की समस्या से जूझ रहे मरीजों को पत्ता गोभी और फूल गोभी को कम या फिर बिल्कुल नहीं सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, ब्रोकली भी इन मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इन हरी सब्जियों में गाइट्रोगन की मात्रा अधिक होती है, बता दें कि ये तत्व शरीर में थाइराइड को ट्रिगर करने का काम करता है। इसके अलावा, इन सब्जियों में मौजूद फाइबर थायरॉइड के मरीजों के लिए घातक साबित हो सकता है।
हाई यूरिक एसिड के मरीजों को नहीं करना चाहिए गोभी और मशरूम का सेवन: वैसे तो लोगों को मशरूम और गोभी की सब्जी बेहद ही पसंद होती है। लेकिन इन दोनों ही सब्जियों में प्यूरीन की काफी मात्रा होती है, ऐसे में हाई यूरिक एसिड के मरीजों को इन दोनों सब्जियों के सेवन से बचना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी यूरिक एसिड के मरीजों को गोभी और मशरूम की सब्जी खाने से बचने की सलाह देते हैं।
थाइराइड के मरीजों को कॉफ़ी और ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ खाने से बचना चाहिए, जबकि यूरिक एसिड के मरीजों को लाल मीट, राजमा, मटर और हाई प्रोटीन डाइट खासकर जिसमें प्यूरीन की मात्रा अधिक हो उसका सेवन करने से बचना चाहिए।