डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिजीज है। डायबिटीज दो तरह की होती है एक टाइप-1 डायबिटीज तो दूसरी टाइप-2 डायबिटीज। टाइप-1 डायबिटीज जेनेटिक होती है और ये बचपन में होती है जबकि टाइप-2 डायबिटीज लाइफस्टाइल और खराब डाइट की वजह से होती है। टाइप-1 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन लेना पड़ता है जबकि टाइप-2 डायबिटीज दवाओं से,डाइट से और लाइफस्टाइल में बदलाव से कंट्रोल हो सकती है। अक्सर डायबिटीज मरीज डायबिटीज रिवर्स होने के बारे में बात करते हैं। उनका अपने डॉक्टर से ये सवाल रहता है कि क्या डायबिटीज से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है। आप जानते हैं कि टाइप-2 डायबिटीज रिवर्स हो सकती है लेकिन टाइप-1 डायबिटीज को रिवर्स नहीं किया जा सकता है।

सह्याद्रि अस्पताल में सलाहकार एंडोक्रिनोलॉजिस्ट और डायबिटीज स्पेशलिस्ट, डॉ. मिलिंद पाटिल ने बताया कि तीन लोगों की टाइप-2 डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है। डॉक्टर ने बताया जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है वो वजन को कम करके डायबिटीज को रिवर्स कर सकते हैं।

जिन मरीजों में इंसुलिन प्रतिरोध ज्यादा होता है उनमें डायबिटीज रिवर्सिबल हो सकती हैं। उम्र से संबंधित डायबिटीज को भी रिवर्स किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि इन 3 लोगों में डायबिटीज किस तरह से रिवर्स हो सकती है।

वेट लॉस करके डायबिटीज होती है रिवर्स

वेट लॉस करके टाइप-2 डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है। वेट लॉस करने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी की मदद ली जा सकती है। इस सर्जरी की मदद से 75 फीसदी से 90 फीसदी लोगों का डायबिटीज 10 से 12 साल के लिए रिवर्स हो जाता है। इस सर्जरी में पेट का साइज कम कर दिया जाता है और इंटेस्टाइन की लेंथ को कम कर दिया जाता है। इस सर्जरी की मदद से 90 फीसदी लोगों को डायबिटीज की दवा नहीं लेना पड़ती। अगर ये मरीज हमेशा वेट को कंट्रोल करते हैं तो उनकी डायबिटीज हमेशा कंट्रोल रहेगी।

डाइट में बदलाव करके भी डायबिटीज होती है रिवर्स

लो कार्बोहाइड्रेट डाइट, लो कैलोरी डाइट,प्रोटीन और फाइबर रिच फूड का सेवन करके आप डायबिटीज को रिवर्स कर सकते हैं। डाइट में आप प्रोसेस फूड और तले भुने फूड्स से परहेज करें तो आप आसानी से डायबिटीज को रिवर्स कर सकते हैं। डाइट में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स जैसे ओट्स, दालें, और नट्स का सेवन करने से ब्लड शुगर नॉर्मल रहता है।

एक्सरसाइज करके भी डायबिटीज हो सकती है रिवर्स

एक्सरसाइज करने से लिवर और पैंक्रियाज में मौजूद फैट घटने लगता है। इस फैट के निकलने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है और डायबिटीज कंट्रोल रहती है। एक्सरसाइज में आप एरोबिक एक्सरसाइज, तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना,तैराकी जैसे व्यायाम कर सकते हैं। योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करके आप वजन कम कर सकते हैं और डायबिटीज रिवर्स कर सकते हैं।

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