हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसे साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है। जब आपका सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 140 mmHg और डायस्टोलिक 90 mmHg से अधिक हो तो आपको हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी है। लम्बे समय तक ब्लड प्रेशर हाई रहने से दिल के रोगों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। डॉक्टर के मुताबिक बीपी को कंट्रोल करने के लिए भोजन का समय पर करना,डाइट में बदलाव करना,समय पर सोना और अपनी शारीरिक गतिविधियों को नियमित करना जरूरी है। जिन लोगों का बीपी हाई रहता है वो खाने में नमक को सबसे पहले कंट्रोल करें। आप जानते हैं कि आप अगर चिप्स,पापड़ और आचार के रूप में रेगुलर नमक का सेवन कर रहे हैं तो दवाईयों का सेवन करने के बाद भी आपका बीपी कंट्रोल नहीं हो सकता। नमक का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर के स्तर को लगातार प्रभावित करता है।
एडवांस्ड कार्डियक सेंटर, पीजीआईएमईआर,चंडीगढ़ के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर,डॉ. राजेश विजयवर्गीय के मुताबिक एक दिन में कुल नमक की मात्रा 5 ग्राम से कम होनी चाहिए। लेकिन औसत भारतीय प्रतिदिन लगभग 10 ग्राम नमक का सेवन करते हैं। अध्ययनों में पाया गया है कि दैनिक नमक का सेवन जितना अधिक होगा, सिस्टोलिक BP उतना ही अधिक होगा। नमक हृदय गति को बढ़ाता है और कई बीमारियों का जोखिम भी बढ़ाता है।
डॉ. विजयवर्गीय के अनुसार अगर बीपी को नॉर्मल करना है तो नमक का सेवन कम करें। नमक कम खाने से बहुत जल्दी फर्क दिखना शुरू हो जाएगा, और कुछ ही हफ्तों में आपका ब्लड प्रेशर लेवल भी कम हो जाएगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि नमक का सेवन कैसे बीपी को बढ़ाता है और इसे कैसे कंट्रोल करें।
नमक ब्लड प्रेशर कैसे बढ़ाता है?
ज्यादा नमक का सेवन करने के कारण बॉडी में पानी जमा होने लगता है जिसे वाटर रिटेंशन कहते हैं। वाटर रिटेंशन के कारण बॉडी में सूजन आने लगती है और हृदय में रक्त वाहिकाओं पर तनाव पड़ता है जिससे किडनी प्रभावित होती है और बीपी हाई होने का रिस्क अधिक होने लगता है। बीपी हाई होने से स्ट्रोक और दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है। हमारी डाइट में पैक्ड फूड, फ्रोजन और रेडी टू ईट फूड्स का सेवन तेजी से बढ़ रहा है जिसके कारण हाई बीपी की परेशानी भी बढ़ रही है।
नमक का सेवन कैसे कम करें:
2020 इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ हाइपरटेंशन ग्लोबल हाइपरटेंशन प्रैक्टिस गाइडलाइंस के मुताबिक खाना बनाते समय और खाने की टेबल पर ऊपर से नमक डालने की आदत पर कंट्रोल करें। खाने में फास्ट फूड, सोया सॉस, प्रोसेस्ड फूड,अचार,पापड़ और चिप्स जैसे फूड्स का सेवन सीमित करें। एक्सपर्ट नमक का सेवन कम करने या सीमित करने की सलाह देते है। बिना दवाई के बीपी को कंट्रोल करना है तो ताजी सब्जियों और फलों के सेवन करें।